नई दिल्लीः बिहार में जनता दल यूनाइटेड (Janda Dal United) के कद्दावर मुस्लिम नेता और बेगूसराय से पूर्व सांसद मोनाजिर हसन (JDU Leader Monazir Hasan) ने जदयू की प्रथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा, "जदयू अब हम लोगों के लिए नहीं है. पार्टी अपनी दिशा से भटक चुकी है. अच्छे-अच्छे लोग पार्टी के अंदर घुटन महसूस कर रहे हैं. पार्टी में बड़ी कशमकश की हालत है. मैने नीतीश कुमार और ललन सिंह को इस्तीफा भेज दिया है. चंद लोगो ने जदयू पर कब्जा कर लिया है और पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे हैं."  मोनाजिर हसन जदयू के बाद किस पार्टी में जाएंगे, अभी उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया है, लेकिन इस बात का इशारा जरूर दिया है कि वह अगला चुनाव बेगूसराय से लड़ेंगे. 


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हसन जदयू से पगले  राजद में थे और फिर वह जद-यू में चले गए थे. नीतीश कुमार ने उन्हें अपने कैबिनेट में मंत्री बनाया था और 2009 के लोकसभा चुनाव में टिकट भी दिया था. वे तब बेगूसराय से निर्वाचित हुए थे. 2014 में, वह भाजपा में चले गए. बीमार पड़ने के बाद, वह फिर से जद-यू में लौट आए. 

अल्पसंख्यक विधायकों को देनी पड़ती है मोटी रकम 
मोनाजिर हसन ने कहा, "आरजेडी में भी अब मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं बचा है. मुसलमानों को न मंच पर जगह दी जा रही है, और नहीं सरकार और संगठन में कोई हिस्सेदारी दी जाती है. जो मंत्री बने है, उनको खरीद-फरोख्त से बनाया गया है. जो भी सांसद और विधायक अल्पसंख्यक वर्ग से हैं, उन्हें इस मुकाम पर जाने के लिए मोटी रकम देनी होती है." 

महागठबंधन में बड़े-बड़े मुस्लिम नेता हाशिए पर 
मोनाजिर हसन ने कहा, "रामनवमी के जुलूस के बाद नालंदा में मदरसे को जला दिया गया, और नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव में से किसी ने इस बात की आज तक कोई सुध नहीं ली. जब घटना हुई उनकी पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी रही."  उन्होंने कहा' " राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की मौत हो गई, लेकिन उनको जो इज्जत देना था वह इज्जत नहीं दिया गया है. आरजेडी  महागठबंधन में बड़े-बड़े मुस्लिम नेता हाशिए पर चले गए हैं." 

भाजपा का डर दिखाकर मुसलमानों का वोट ले रहे दल 
मोनाजिर हसन ने कहा, "8 साल से मुझे जदयू में बैठा कर रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मैंने इस बात को कहा, लेकिन वह सिर्फ आश्वासन देते हैं. महागठबंधन में भी जो मुस्लिम मंत्री हैं, उनका कोई वजूद नहीं है. उनको नाम मात्र का मंत्री बनाया गया है. बीजेपी का डर दिखाकर आरजेडी मुसलमानों का वोट ले रही है. " 


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