Gaza News: क्यों नहीं हो रही है सीज़फायर डील? जानें क्या चाहते हैं हमास और इजराइल
Gaza News: इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है. सीज़फायर को लेकर थोड़ी उम्मीद नजर आती है, लेकिन फिर इस पर पानी फिर जाता है. आखिर हमास और इजराइल के बीच डील क्यों नहीं हो पा रही है? आइये जानते हैं डिटेल
Gaza News: इजराइल और हमास के बीच अभी तक सीज़फायर डील फाइनल नहीं हो पाई है. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने कहा है कि उसने युद्ध विराम समझौते के लिए इजरायल के जरिए रखी गई "नई शर्तों" को रिजेक्ट कर दिया है, और वह केवल 2 जुलाई को सहमत हुए समझौते के लिए तैयार है. बताया जाता है कि हमास डेलिगेशन नए सिरे से बातचीत के लिए मध्यस्थों से मिलने के बाद रविवार शाम (स्थानीय समय) को काहिरा से रवाना हो गए हैं.
अभी नहीं रुकने वाली है इजराइल और हमास की जंग
इस घटनाक्रम से 10 महीने से चल रही जंग को खत्म करने के लिए अमेरिका समर्थित कोशिशों में नाकामयाबी की संभावना पर और संदेह पैदा हो गया है. हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य इज़्ज़त अल-रिश्क ने एक बयान में कहा कि हमास ने मांग की है कि इजरायल "2 जुलाई को जो सहमति बनी थी, उससे बंधा रहे, जो बाइडेन के भाषण और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में कही गई बातों पर आधारित है."
परमानेंट सीज़फायर चाहता है हमास
अल-रिश्क ने हमास की इस कंडीशन पर जोर दिया कि किसी भी समझौते में परमानेंट सीज़ फायर, गाजा पट्टी से पूरी तरह से वापसी, निवासियों की अपने इलाकों में वापसी की आज़ादी, राहत और पुनर्निर्माण, तथा एक गंभीर विनिमय समझौता" शामिल होना चाहिए.
इजराइल ने रखीं नई शर्तें
पिछले हफ्ते, हमास के सीनियर अधिकारी ओसामा हमदान ने अल अक्सा टीवी को बताया कि इजरायल ने "समझौते को स्वीकार करने के लिए नई शर्तें रखी हैं और जिन पर उसने पहले सहमति जताई थी, उनसे मुकर गया है."
क्या चाहता है इजराइल
हमदान के मुताबिक, इन नई शर्तों में फिलाडेल्फिया कॉरिडोर, जो मिस्र की सीमा पर एक अहम जमीन है, उसमें इजरायली सैनिकों की दोबारा तैनाती, और मिस्र के साथ राफा क्रॉसिंग का गैर-फिलिस्तीनी मैनेजमेंट शामिल है.
बातचीत के लिए सीरियस नहीं है नेतन्याहू
हमास सीज़फायर बातचीत के आगे न बढ़ने के पीछे कारण बेंजामिन नेतन्याहू को कह रहा है. अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक संगठन ने नेतन्याहू पर आरोप लगाया है कि वह नई डिमांड रख रहे हैं और बातचीत के लिए सीरियस नहीं हैं.
नेतन्याहू पर उठते सवाल
नेतन्याहू ने जोर देकर कहा था कि गाजा में युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमास के खिलाफ "पूर्ण जीत" नहीं मिल जाती, भले ही कोई समझौता हो जाए. इस मकसद पर कई टॉप इजरायली अधिकारियों ने सवाल उठाए थे, जिनमें उनके अपने रक्षा मंत्री और हमास के जरिए बंधक बनाए गए लोगों के परिवार के सदस्य शामिल हैं.