क्या नई तकनीक छीन रही है नौकरी? गूगल ने एक बार फिर सैंकड़ों लोगों को दिखाया कंपनी से बाहर का रास्ता
Google Layoff: गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट एक बार फिर छंटनी की है. कंपनी ने अपने HR डिपार्टमेंट से सौंकड़ों लोगों को निकाल दिया है. पढ़ें पूरी खबर
Google Layoff: गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने एक बार फिर छंटनी की है. कंपनी ने ग्लोबल रिक्रूटमेंट टीम से सैंकड़ों कर्मचारियों को निकाल दिया है. हालांकि गूगल ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि उसने कितने लोगों को निकाला है. जानकारी के लिए बता दें इससे पहले भी कंपनी ने सैकड़ों लोगों को नौकरी से निकाल दिया था.
कंपनी ने छंटनी पर क्या कहा?
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि हम स्किलफुल (कुशलतापूर्वक) तरीके से काम कर रहे हैं, इसी बात को पक्का करने के लिए हमने रिक्रूटमेंट करने वाली टीम को कम करने का फैसला किया है. ज्ञात हो कि कंपनी ने आर्थिक मंदी की वजह से रिक्रूटमेंट प्रोसेस को धीमा कर दिया था. कई जानकारों का मानना है कि कंपनी AI के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से वर्क स्ट्रेंग्थ कम कर रही है.
सीईओ ने कही थी ये बात
इसी साल 20 जनवरी को कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों को एक खत लिखा था, जिसमें कहा गया था कि कंपनी ग्लोबली (वैश्विक स्तर) 12000 लोगों को नौकरी से निकालने वाली है, जो कंपनी की कुल वर्क स्ट्रेंग्थ का 6 फीसद है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा दिया जा रहा है कि कंपनी ने तकरीबन 400 लोगों को नौकरी से निकाला है.
कम होंगे प्रोमोशन
इसी साल मार्च के महीने में कंपनी ने अपने कर्मचारियों को ई-मेल के जरिए लिखा था कि पिछले साल के मुकाबले इस साल कर्मचारियों को कम स्तर पर प्रोमोशन मिलेगा. कंपनी ने लागत को कम कने के लिए हाल ही में वर्कस्पेस को घटाने का फैसला किया था. इसके साथ ही कर्मचारियों को मिलने वाले स्नैक्स में कटौती कर दी थी. रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी ने लैपटॉप और दूसरे इक्विपमेंट्स पर भी खर्च करना बंद कर दिया है.
कई कंपनियां कर चुकी हैं छंटनी
केवल गूगल ही नहीं कई बड़ी कंपनी छंटनी कर चुकी हैं. हाल ही में फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा, अमेजन, ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट ने ग्लोबली बड़ी मात्रा में छटनी की थी. ट्विटर ने अपने खर्च को कम करने के लिए कई दफ्तरों को बंद किया था और काफी लोगों को नौकरी से निकाला था.