नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि केंद्र 15 जुलाई से 75 दिनों तक स्पेशन मुहिम के तहत सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 18-59 उम्र वर्ग के लोगों के लिए कोविड टीकों की मुफ्त बूस्टर खुराक उपलब्ध कराएगा. कोविड की एहतियाती (बूस्टर) खुराक को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि भारत की अधिकांश आबादी ने नौ महीने पहले अपनी दूसरी खुराक लगवा ली थी.  
आईसीएमआर और अन्य अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों में किए गए रिसर्च से पता चला है कि वैक्सीन की दो शुरुआती खुराक लेने के बाद करीब छह महीने में एंटीबॉडी का स्तर कम होने लगता है और बूस्टर खुराक लेने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
 



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कोविड के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया जाएगा 
इस आयु वर्ग के लोगों से एहतियाती खुराक लेने का आग्रह करते हुए, मंडाविया ने अपने एक ट्वीट में कहा, “इस फैसले के साथ, भारत की कोविड के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया जाएगा और नागरिकों की अतिरिक्त सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी. मेरा आग्रह है कि सभी वयस्क नागरिकों को (कोविड के) निवारण के लिए खुराक मिलनी चाहिए.“ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते सभी के लिए कोविड वैक्सीन की दूसरी और ऐहतियाती खुराक के बीच अंतराल को नौ महीने से घटाकर छह महीने कर दिया था. राष्ट्रीय तकनीकी परामर्श समूह की सिफारिश पर ऐसा किया गया था.  

अभी 1 फीसदी से भी कम को एहतियाती खुराक दी गई है
एक सूत्र के मुताबिक, 18-59 उम्र ग्रुप में 77 करोड़ की लक्षित आबादी में से 1 फीसदी से भी कम को एहतियाती खुराक दी गई है. हालांकि, 60 साल और उससे ज्यादा आयु की अनुमानित 16 करोड़ पात्र आबादी के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स में से लगभग 26 फीसदी को बूस्टर खुराक मिल चुकी है. टीकाकरण की गति में तेजी लाने और बूस्टर शॉट्स को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार ने 1 जून को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ’हर घर दस्तक अभियान 2.0’ के दूसरे दौर की शुरुआत की थी. 


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