Gujarat News: गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को विधानसभा को जानकारी दी कि भूपेन्द्र पटेल की नेतृत्व वाली सरकार ने अतिक्रमणों पर कार्रवाई करते हुए 108 मजारों को ध्वस्त कर दिया है. सांघवी ने जनता को यह भी आश्वस्त किया कि सरकार मंदिरों को किसी भी दुर्भावनापूर्ण इरादे से बचाने के लिए सतर्क है. 


कोने-कोने में घूम रहा है बुल्डोजर


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एलिसब्रिज के एक भाजपा विधायक के पहले के भाषण का जिक्र करते हुए सांघवी ने कहा, “आज, अमित भाई ने जिस बात का उल्लेख किया है…उन्होंने कहा कि जमालपुर में एक डेरासर को हटा दिया गया था. अब दादा (भूपेंद्र पटेल) का बुलडोजर प्रदेश के कोने-कोने में घूम रहा है, ताकि साजिश रचते हुए किसी मंदिर या देवस्थान को हटाया न जा सके. कोई नहीं जानता कि यह (बुलडोजर) कहां जाएगा."


108 मजारों को सरकार ने तोड़ा


संघवी गृह विभाग के लिए बजटीय आवंटन के लिए सदन की मंजूरी मांगते हुए विधानसभा में बोल रहे थे. उन्होंने जूनागढ़ में ऊपरकोट किला परिसर के भीतर अचानक कई मजारों के सामने आने के संबंध में सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “ऊपरकोट में, यह ज्ञात नहीं था कि सभी मज़ार कहां (और कब) बनाए गए थे. इन्हें अचानक कैसे बनाया जा सकता है?”


क्या केवल मजार ही अतिक्रमण थे?


संघवी ने आगे कहा,"कुल मिलाकर, (राज्य में) 108 मजारों को ध्वस्त कर दिया गया है और राज्य की संपत्तियों को खोल दिया गया है…सोमनाथ के आसपास का अतिक्रमण हटा दिया गया है. दादा का ये बुलडोजर 20 फीट चौड़ी सड़क और 80 मीटर चौड़ी सड़क में घुस सकता है.''


अब ऐसे में स्थानीय लोगों का कहना है कि क्या केवल मजारों को ही सरकार अतिक्रमण मानती है? क्या सरकार ने किसी अवैध जगह पर बनाए गए मंदिर पर कार्रवाई की है. अगर की है तो सरकार को इसका जिक्र करना चाहिए. गुजरात सरकार की तरह उत्तराखंड की धामी सरकार भी कुछ ऐसा ही रुख अपनाए हुए है.