मोरबीः गुजरात (Gujarat) के मोरबी (Morbi) जिले में माच्छू नदी (Machchhua river) पर बना लगभग सौ साल पुराना केबल पुल (Suspension bridge) इतवार की शाम अचानक टूट कर नदी में गिर गया. इस हादसे में पुल पर खड़े दर्जनों लोग नदी में गिर गए. इस हादसे में लगभग 135 लोगों के मरने की ख़बर है, जबकि 100  लोग ज़ख़्मी बताए जा रहे हैं.  बताया जा रहा है कि हादसे के वक़्त पुल पर उसकी कैपेसिटी से ज़्यादा लोग खड़े थे. हादसे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने इस पर अफसोस जताया है और इसमें मरने वालों के घर के लोगों को 4 लाख और ज़ख़्मियों को 50 हज़ार की माली मदद देने का ऐलान किया है. 



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुल पर खड़ी थीं ख़्वातीन और बच्चे 
अफसरों ने बताया कि हाल ही में मरम्मत के बाद अवाम के लिए इस पुल को फिर से खोला गया था. पुल इसलिए टूट गया क्योंकि यह उस पर खड़े लोगों का वज़न सहन नहीं कर पाया. मक़ामी एमएलए और मिनिस्टर बृजेश मेरजा ने कहा, ‘‘पुल टूटने से कई लोग नदी में गिर गए हैं. बचाव मुहिम जारी है. ऐसी जानकारी है कि इसमें कई लोग ज़ख़्मी हुए हैं. उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है.’’ चश्मदीद लोगों के मुताबिक़, पुल जिस वक़्त टूटा उस वक़्त उस पर कई लेडीज़ और बच्चे खड़े थे. हादसे में ज़ख़्मी हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस मौक़े पर पहुंच गई है. राहत और बचाव का काम जारी है.
 



राहत और बचाव का काम जारी 
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा, ’’मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने के हादसे से मैं बहुत दुखी हूं. राहत और बचाव मुहिम जारी है. ज़ख़्मियों के फौरी इलाज का इंतेज़ाम करने की हिदायत दी गई है. मैं इस मामले में ज़िला इंतेज़ामिया के लगातार राब्ते (कॉन्टैक्‍ट) में हूं. ’’ 

1880 में तैयार हुआ था पुल 
ग़ौरतलब है कि इस ब्रिज का इफ़्तेताह 20 फरवरी, 1879 को मुंबई के गवर्नर  रिचर्ड टेम्पल ने किया था. उस वक़्त यह पुल लगभग 3.5 लाख की लागत से बनकर 1880 में तैयार हुआ था. यह पुल दरबारगढ़ को नज़रबाग़ से जोड़ने के लिए बनाया गया था और इसमें लगने वाले कलपुर्ज़े इंगलैंड से मंगवाए गए थे. हाल ही में इसकी मरम्मत की गई थी, जिसपर लगभग 2 करोड़ की लागत आई थी. 

इसी माह टूट चुका है एक और हैंगिंग पुल 
इससे पहले 14 अक्टूबर को साउथ गोवा में दूधसागर जलप्रपात से 40 से ज़्यादा टूरिस्ट को बचाया गया था, क्योंकि काफी बारिश की वजह से यहां का एक केबल पुल टूट गया था. यह हादसा 14 अक्टूबर की शाम को गोवा-कर्नाटक बॉर्डर पर शदीद बारिश की वजह से हुआ था.


ऐसी ख़बरों के लिए विज़िट करें zeesalaam.in