Gurugram Juma Namaz: गुरुग्राम में विवाद होने के बाद अब मौलाना लोगों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील कर रहे हैं. इसके साथ ही कहा जा रहा है कि जुमा के दिन कोई भी शख्स खुले में नमाज अदा ना करे. ये फैसला गुरुग्राम और नूंह में हिंसा के बाद आया है. मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष हाजी सज्जाद खान ने इस मामले को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अपने घर या मोहल्ले के किसी घर में ही नमाज अदा करें.


गुरुग्राम में मौलाना की हत्या


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हाल ही में हुई विवाद के दौरान गुरुग्राम में एक मस्जिद में भीड़ ने आग लगा दी थी, जिसमें 19 साल के मौलाना साद की हत्या कर दी गई थी. गुरुग्राम और नूह में हुई हिंसा में अब तक 6 लोगों को जान जा चुकी है. जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.


मुसलमान कर रहे पलायन


इसके साथ ही मुस्लिम लीडर का दावा है कि गुरुग्राम से तकरीबन 60 फीसद मुस्लिम परिवार पलायन कर चुके हैं. कई ऐसे रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं जिसमें छोटे कारोबार करने वाले लोगों की दुकानों पर तोड़फोड़ की गई. इसके बाद उन्हें इलाका छोड़कर भागना पड़ा.


जुमा की नमाज घरों में ही पढ़ें


मौलाना अपील कर रहे हैं कि 4 अगस्त को होने वाली जुमा की नमाज को घर में ही पढ़ें. सदर जमीअत उलेमा मुफ्ती मोहम्मद सलीम कासमी ने अपील की है कि लॉकडाउन की ही तरह घर में नमाज पढें. सलीम कासमी मे कहते हैं 2 दिनों से शहर के हालात काफी खराब चल रहे हैं. ऐसे में भाईचारा बरकरार रखने के लिए शुक्रवार 4 अगस्त को होने वाली जुमा की नमाज लॉकडाउन की तरह घर पर ही शांतिपूर्वक पढ़ें. इसके साथ ही मौलाना ने कहा है कि किसी भी खुली जगह पर नमाज अगा न करने जाएं फिर वह चाहे सरकारी या फिर जिला प्रशासन द्वारा दी गई क्यों ना हो.