Gwalior News: ग्वालियर में पनीर की सब्जी खाने के बाद 100 स्टूडेंट्स को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. स्टूडेंट्स मध्य प्रदेश के ग्वालियर में लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान में पढ़ते हैं. ये मामला मंगलवार को पेश आया था. एलएनआईपीई के रजिस्ट्रार अमित यादव ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि 100 छात्रों में से लगभग 70 को दवा दी गई, 25 से ज्यादा को आईवी ड्रिप लगाई गई और कई को आईसीयू में रखा गया है.


अस्पताल में भर्ती है स्टूडेंट्स


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

छात्रों को मंगलवार रात सरकारी जयारोग्य अस्पताल ले जाया गया. सोशल मीडिया पर वीडियो में, एलएनआईपीई छात्रों को अस्पताल के बिस्तर पर आराम करते और आईवी ड्रिप के जरिए इलाज कराते देख जा सकता है. एएनआई से बातचीत करते हुए जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ ने कहा कि छात्रों में से एक की हालत गंभीर थी और वह वेंटिलेटर पर था. छात्रों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है.



धाकड़ ने कहा,"भगवान की कृपा से, हमें कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. एक गंभीर है. वह वेंटिलेटर पर हैं. उनके अलावा पांच-छह की हालत भी काफी गंभीर है. उनका इलाज आईसीयू में चल रहा है. हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगी कि किसी की जान न जाए और हर कोई ठीक हो जाए.'' 97 छात्रा अस्पताल में भर्ती बैं और उनकी उम्र 18-25 साल के बीच है.


पूरे मामले का जिक्र करते हुए धाकड़ ने कहा,"कल शाम हमें जानकारी मिली कि एलएनआईपीई में इस तरह की घटना हुई है. हमने सारी तैयारियां शुरू कर दीं. हमारा स्टाफ ऐसे हालातों के लिए तैयार रहता है. हमारे पास पर्याप्त बिस्तर नहीं थे. हम जहां भी कर सकते थे, हमने जल्द से जल्द बिस्तरों का इंतेजाम किया.'' उन्होंने आगे कहा, ''सभी का इलाज किया जा रहा है. शुरुआती लक्षणों में उन्हें उल्टियां, ऐंठन, सांस लेने में दिक्कत, जी मिचलाना जैसे लक्षण देखने को मिले. ये फूड पॉइजनिंग के लक्षण लग रहे थे. लेकिन यह हमें उनके जरिए खाए गए खाने के बारे जांच के बाद ही इसके बारे में पता लग पाएगा.


स्टूडेंट्स ने खाया था पनीर


पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टूडेंट्स ने मेस में पनीर खाया था, फिलहाल काने की जांच ती जा रही है. धाकड़ ने कहा कि अगला कदम वेंटिलेटर पर मौजूद छात्र और आईसीयू में मौजूद लोगों के हालातों का पता लगाना होगा. "उनकी मौजूदा हालत के मुताबिक, हम सोचेंगे कि आगे क्या करना है."