Gyanvapi Masjid: AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षण मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विवादित टिप्पणी पर निशाना साधा है. औवेसी ने आदित्यनाथ की टिप्पणी को 'न्यायिक अतिक्रमण' बताया है. 


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यूपी सीएम योगी ने समाचार एजेंसी ANI बातचीत में कहा, "अगर हम उसको मस्जिद कहते हैं तो उस पर विवाद होगा. भगवान ने जिसको आंखें दी है वह उसे देखे. त्रिशूल मंदिर में क्या कर रहा है. ज्योतिर्लिंग और देव प्रतिमाएं हैं पूरी दीवारे चिल्ला-चिल्ला कर कह रही हैं. मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए...कि साहब ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए चाहते हैं कि समाधान हो."



इस पर लोकसभा सांसद और प्रमुख ओवैसी ने कहा, ''सीएम योगी जानते हैं कि मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एएसआई सर्वेक्षण का विरोध किया है और कुछ दिनों में फैसला सुनाया जाएगा. फिर भी उन्होंने ऐसा विवादास्पद बयान दिया है. यह न्यायिक अतिक्रमण है.'' 



ज्ञानवापी को लेकर हाई कोर्ट ने गुरुवार को इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया और कहा कि सर्वे पर रोक 3 अगस्त तक जारी रहेगी. अदालत मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतजामिया मस्जिद द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी.


जानकारी के लिए बता दें कि 2021 में महिलाओं के एक समूह ने वाराणसी अदालत में याचिका दायर कर ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति मांगी. जो काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित है. अदालत ने एक वीडियो सर्वेक्षण का आदेश दिया. 'वज़ूखाना' को छोड़कर, जहां एक वस्तु जिसके बारे में कुछ लोगों ने दावा किया कि वह शिवलिंग है. उसकी खोज की गई थी. हालांकि, मस्जिद समिति ने कहा कि यह नमाज से पहले हाथ और पैर धोने के लिए एक फव्वारे का हिस्सा है. 


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