Haryana Elections: हरियाणा में सीट बंटवारे पर आप और कांग्रेस में तनातनी
Haryana Elections: अगले महीने हरियाणा असेंबली चुनाव होने हैं, लेकिन इससे पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर विवाद चल रहा है. आइये जानते हैं पूरी डिटेल
Haryana Elections: अगले महीने हरियाणा में चुनाव होने हैं. जिसको लेकर पार्टियों ने कमर कस ली है. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए 10 सीटें मांगी है, जबकि कांग्रेस सात सीटें देने को तैयार है.
इंडिया ब्लॉक की दो पार्टियों के बीच संघर्ष
इंडिया ब्लॉक की दो पर्टियों आप और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर काफी संघर्ष चल रहा है. मंगलवार तक कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने 90 में से 66 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों को मंजूरी दे दी है. आम आदमी पार्टी लीडर और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कांग्रेस के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल के साथ दो दौर की बातचीत की है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले एक-दो दिन में उनकी फिर से मुलाकात होने की उम्मीद है.
आम और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर बातचीत
न्यूज एजेंसी पीटीआआ ने सूत्रों के हवाले से कहा,"आम आदमी पार्टी (आप) 10 सीटों की मांग कर रही है. हालांकि, कांग्रेस कुल 90 सीटों में से केवल सात देने को तैयार है. आप ने 10 लोकसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक से एक सीट का दावा किया है."
शुरुआती फेज में है बातचीत
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दीपक बाबरिया ने कहा कि गठबंधन पर बातचीत शुरुआती फेज में है और अलग-अलग ऑप्शन्स पर विचार किया जा रहा है.
बाबरिया ने कहा,"कल और आज 90 सीटों में से 49 पर चर्चा हुई, बाकि 41 सीटों के बारे में स्क्रीनिंग कमेटी के निष्कर्ष सीईसी के समक्ष रखे गए... पहले 34 सीटों (उम्मीदवारों) को अंतिम रूप दिया गया था और आज 41 में से 32 सीटों को अंतिम रूप दिया गया है."
इस सवाल पर कि क्या कांग्रेस पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को चुनाव मैदान में उतारेगी, उन्होंने कहा कि गुरुवार तक स्पष्टता आ जाएगी. इससे पहले, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उन खबरों का स्वागत किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 5 अक्टूबर को हरियाणा में होने वाले चुनावों के लिए आप के साथ गठबंधन में रुचि रखते हैं. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा को हराना सभी विपक्षी दलों की प्राथमिकता है.