Sonipat News: सरकारी स्कूल की हिन्दू लड़कियों ने हिजाब पहनकर मनाया `ईद मिलादुन्नबी`, मच गया बवाल!
Haryana News: सोनीपत के बडोली सरकारी स्कूल में `ईद मिलादुन्नबी` के मौके पर छात्राओंं को हिजाब पहनाने को लेकर बवाल मच गया है. ग्रामीणों और हिन्दू संगठनों ने स्कूल में बाहर जमकर बवाल काटा. भारी बवाल के बीच आस-पास की कई थानों की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया.
Sonipat News: हरियाणा के सोनीपत जिले में स्कूल में छात्राओं के हिजाब पहनाने पर बवाल मच गया है. यहां पर हिंदू संगठन और स्थनीय ग्रामीणों ने बवाल जमकर काटा है. सूचना पाकर मौके पर आस-पास के कई थानों की पुलिस पहुंची गई है.
दरअसल, सोनीपत के गांव बडोली में ईद मिलाद उन -नबी त्यौहार के मौके पर यहां के सरकारी स्कूल में कई छात्राओं को स्कूल प्रबंधन ने हिजाब पहना कर त्यौहार मनाया, जिसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ सरकारी स्कूल के बाहर इकट्ठी हो गई और खूब बवाल काटा.
हिंदू संगठन पूरे स्टाफ के तबादले की मांग और प्रिंसिपल के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने पर अड़े हुए हैं. यहां पर आपको बता दें कि मौजूदा हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली भी इसी गांव के रहने वाले हैं.
शिक्षा विभाग के आदेशों के बाद ही स्कूल में सर्वधर्म कार्यक्रम आयोजित किया गया था. स्कूल के बाहर हंगामे की खबर मिलते ही मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस मामले को शांत कराने में कामयाब रही.
प्रिंसिपल ने मांगी माफी
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बेटियों को जिहाद की तरफ धकेलने का काम किया जा रहा है, हिंदू धर्म के त्यौहार पर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता है. हिन्दू बच्चियों को खास धर्म की तरफ छात्र- छात्राओं को धकेलने का काम किया जा रहा है. प्रिंसिपल को बर्खास्त किया जाए और पूरे स्टाफ का तबादला किया जाए, इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.
स्कूल की प्रिंसिपल
जिले के एजुकेशन अफसर ने क्या कहा?
वहीं, इस भारी बवाल के बाद स्कूल प्रिंसिपल प्रवीन गुलिया ने ग्रामीणों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं माफी मांगी और भविष्य में इस तरह के प्रोग्राम ना करने की बात कही. जबकि जिले के सीनियर एजुकेशन अफसर जितेंद्र कुमार ने कहा कि ऐसे प्रोग्राम से से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो हम माफी मांगते हैं, ऐसे प्रोग्राम्स पर रोक लगाई जाएगी और सरकार के समक्ष भी ये प्रस्ताव भेजा जाएगा.