क्या राजस्थान में फिर चला BJP का हिंदुत्व कार्ड या सिर्फ दोहराया गया है सालों पुराना रिवाज ?
Rajashthan Election 2023: राजस्थान में जारी मतगणना के मुताबिक बीजेपी की सरकार बहुमत में है. ताजा रुझान के मुताबिक तीन राज्यों में बीजेपी की सरकार बनती नजर आ रही है, राजस्थान समेत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ मे भी बीजेपी बहुमत के आंकड़े पार कर चुकी है. ताजा रुझान के मुताबिक काग्रेंस के हाथ से सत्ता फिसलती दिख रही है, जाने इसकी वजह,
Rajashthan Election 2023: राजस्थान में 199 सीटों के लिए गिनती जारी है. ताजा मतनणना रुझान के मुताबिक राजस्थान में कांग्रेस के हाथ से सत्ता फिसलती नजर आ रही है और वही बीजेपी बहुमत के आंकड़ो को पार कर चुकी है. फिलहाल जो रुझान है, उसमें बीजेपी 113 सीटों पर और कांग्रेस 70 सीटों पर चल रही है.
राजस्थान में कांग्रेस के बाद भाजपा की सरकार बनती दिख रही हैं, सरकार बदलने का रिवाज 25 सालों से चला आ रहा है. फिल्हाल के आंकड़ो के मुताबिक ये रिवाज शायद कायम रहे. राजस्थान में इस दफा 200 में से 199 सीटों के लिए वोट पड़े हैं. अनुमान लगाया जा रहा है शायद कुछ ऐसी वजह रही होगी, जिसके वजह से इस बार राजस्थान में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पा रही हैं.
पायलट और गहलोत की आपसी रंजिश
राजस्थान के चुनाव से पहले राहुल गांधी सचिन पायलट और अशोक गहलोत के साथ राजस्थान में नजर आए थे और उन्होंने कहा भी था- "हम सब साथ-साथ है." लेकिन राजस्थान के 2018 मे बने कांग्रेस सरकार से कुछ वक्त पहले से ही सचिन पायलट और अशोक गहलोत में अन-बन नजर आई थी. उनकी रंजिश इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि दोंनो नेताओं ने मीडिया के सामने आकर एक-दूसरे पर आरोप लगाया था. यहां तक की गहलोत ने पायलट को निकम्मा और गद्दर तक कह दिया था.
कन्हैया हत्याकांड
राजस्था के चुनाव रेलियों में बीजेपी ने कन्हैयालाल हत्याकांड के मुद्दे का भी इस्तेमाल किया था और कांग्रेस पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया था. राजस्थान की चुनावी रैलियों में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने कन्हैया हत्या कांड का जिक्र किया था. पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस की सरकार में जो कैमरे के सामने हुआ वो सोचा भी नहीं जा सकता था. ये हत्या कांड कांग्रेस की सरकार पर दाग है.
पेपर लीक
पेपर लीक का मुद्दा भी कांग्रेस के हाथों मे सत्ता नहीं आ पाने की वजह हो सकती है. बीजेपी ने राजस्थान में पेपर लीक के मुद्दे को चुनाव में इस्तेमाल किया था और कांग्रेस की सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था. दराअसल राजस्थान में खुद सचिन पायलट ने चुनाव से पहले ने अपनी पार्टी पर पेपर लीक के मामले पर जांच की मांग की थी.
लाल डायरी
राजस्थान के चुनाव में पीएम मोदी ने अपने सभाओं में कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए लाल डायरी के मुद्दे को भी इस्तेमाल करने की कोशिश की थी. दराअसल जुलाई में राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा में लाल डायरी लेकर गए थे और गहलोत पर आरोप लगाए थे. गहलोत सरकार ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को अपनी पार्टी से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद ये मामला हुआ.
हिंदुत्व कार्ड
राजस्थान के 2023 के चुनाव में बीजेपी ने किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया था. जबकि 2018 के चुनाव में बीजेपी ने युनूस खान को सचिन पायलट के खिलाफ टिकट दिया था लेकिन इस बार बीजेपी ने पिछले साल के तीन मुस्लिम उम्मीदवारों के जगह भी संतों को टिकट दिया है.
कायम रहेगा रिवाज
राजस्थान के चुनाव में पिछले 25 सालों से सराकर बदलने का रिवाज रहा है, इतने सालों में महज कांग्रेस की गहलोत सरकार और बीजेपी की वसुंधरा सरकार रही हैं.