Hazrat Ali (Rzi) Birthday Special: हजरत अली रजि0 प्रोफेट मोहम्मद स0 के दामाद थे. हजरत अली रजि0 दूसरे शख्स थे जिन्होंने इस्लाम कुबूल किया. वह अकेले ऐसे सहाबी हैं जिन्होंने जंग में भी प्रोफेट मोहम्मद स0 को अकेला नहीं छोड़ा है. उनके बारे में कई हदीसें हैं. हजरत अली चौथे खलीफा हैं. उन्होंने 656 ई0 से 661 ई0 तक शासन किया. इस्लाम में उन्हें बहुत अहम शख्स माना जाता है. 


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हजरत अली रजि0 के कौल:
1 नफरत दिल का पागलपन है.
2 सबसे अच्छी आंख वह है जो हकीकत का सामना करती है.
3 सबसे बड़ा पाप वह है जो करने वाले की नजर में छोटा हो.
4 साहित्य बेहतरीन कमाल है और दान सबसे अच्छी पूजा है.
5 मौत को हमेशा याद रखें लेकिन मौत की कभी आरजू न करें.
6 सबसे अच्छा निवाला वह है जो कड़ी मेहनत से कमाया जाता है.
7 जो आप अपने लिए पसंद करो, वही दूसरों के लिए भी पसंद करो.
8 इंसान जिंदगी में मायूस हो तो कामयाबी में भी नाकामी नजर आती है.
9 दोस्त को दौलत की नजर से न देखें. वफ़ादार दोस्त अक्सर गरीब होते हैं.
10 दो तरह की चीज़ें देखने में छोटी नजर आती हैं, एक दूर से दूसरी गुरूर से.
11 उस शख्स को कभी मौत नहीं आती है जो तालीम (Education) को जिंदगी देता है.
12 गुनाह पर अफसोस गुनाह को मिटा देता है, अच्छाई पर गुरूर अच्छाई को खत्म कर देता है.
13 दुनिया में सबसे कठिन काम है खुद को सुधारना और सबसे आसान काम है दूसरों की आलोचना करना.
14 अगर यकीन सीखना है तो पक्षियों से सीखें कि जब वे शाम को घर लौटते हैं तो उनकी चोंच में कल के लिए दाना नहीं होता.
15 अगर कोई आपको केवल जरूरत के वक्त ही याद करता है, तो परेशान न हों बल्कि फख्र करें कि अंधेरे में उन्हें जिस रोशनी की जरूरत है, वह आप हैं.