Piran Kaliyar Sharif: आज के दौरान किसी हिंदू का मस्जिद में नमाज़ पढ़ना और किसी मुस्लिम का मंदिर पूजा करना बहुत मुश्किल है. क्योंकि हालात बहुत खराब हैं लोग धर्म के नाम पर मरने-मारने को उतारू हो जाते हैं. लेकिन हाल ही में उत्तराखंड से एक खबर सामने आई है कि अदालत ने हिंदू महिला को मस्जिद में नमाज़ पढ़ने के लिए सिक्योरिटी दी है. हालांकि जब अदालत ने सुना कि एक हिंदू महिला मस्जिद में नमाज़ अदा करना चाहती है तो अदालत भी हैराल हो गई थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अदालत ने जैसी ही सुना कि हिंदू महिला मस्जिद में नमाज़ अदा करना चाहती और उसको हिंदू संगठनों की तरफ से धमकियां मिल रही हैं, तो अदालत महिला को पेश होने का आदेश दिया. उत्तराखंड हाई कोर्ट की नैनीताल ब्रांच ने महिला से पछा कि आखिर वो हिंदू होकर मस्जिद में नमाज क्यों पढ़ना चाहती है? तो महिला ने कहा कि ना तो मैं मुस्लिम हूं और ना ही इस्लाम धर्म में परिवर्तित हुई हूं. 35 वर्षीय महिला ने कहा कि पिरान कलियार मस्जिद जाने के बाद उनको वह जगह पसंद आई और इसी वजह से वह वहां पर नमाज अदा करना चाहती हैं.


इस संबंध में महिला की वकील ने मीडिया को बताया कि मनोज कुमार तिवारी और पंकज पुरोहित की बेंच ने मेरी क्लाइंट को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पिरान करियर के थाना इंचार्ज को आवेदन भेजा है और इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 22 मई तय की है. 


क्या है पिरान कलियर दरगाह:


रुड़की से 7 किलोमीटर के फासले पर कलियर शरीफ में कई दरगाह शरीफ मौजूद हैं. इन्हीं में से साबिर पिया की दरगाह है. इसी दरगाह को पिरान कलियर शरीफ कहते हैं. यह दरगाह हरिद्वार जिला व शहर से 25 किलोमीटर के फासले स्थित है. जो 13वीं शताब्दी की बताई जाती है. इस दरगाह पर अनेक धर्मों के लोग आकर अपनी श्रद्धा के मुताबिक कार्य करते हैं. 


ZEE SALAAM LIVE TV