क्या आप जानते हैं कि रसोई में इस्तेमाल होने वाली कुछ सामान्य वस्तुएं और सामग्रियां हमारी जानकारी के बिना कैंसर का कारण बन सकती हैं? जी हां, कुछ चीजें और खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल हम रोजाना रसोई में करते हैं और हमें इसका एहसास भी नहीं होता. ये हमारी जिंदगी में जहर घोलते हैं.. आइए जानें यहां..


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रिफाइंड चीनी
 मिठाइयों में इस्तेमाल की जाने वाली रिफाइंड चीनी कैंसर के विकास को बढ़ावा देती है. अध्ययनों से पता चलता है कि बहुत ज्यादा रिफाइंड चीनी का सेवन करने से हमारे शरीर में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि बढ़ जाती है.


प्रोसेस्ड मीट
 प्रोसेस्ड मीट से कैंसर का खतरा बढ़ता है. मांस खाने से कोलोरेक्टल कैंसर हो सकता है. मांस को संसाधित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले नाइट्रेट हमारे शरीर में नाइट्रोसामाइन में परिवर्तित हो जाते हैं. ये कंपाउंड कैंसर का कारण बन सकते हैं.


प्लास्टिक की वस्तुएं
 अधिकतर रसोईघर प्लास्टिक की वस्तुओं और कंटेनरों से भरे होते हैं. प्लास्टिक की बोतलें और कंटेनर बनाने में इस्तेमाल होने वाला रसायन बिस्फेनॉल ए (बीपीए) हार्मोन में डिस्रपश्न पैदा कर सकता है. यह हमारे इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है. इसलिए स्वास्थ्य कारणों से जितना संभव हो प्लास्टिक उत्पादों से दूर रहना बेहतर है.


एल्युमिनियम फॉयल
 आजकल एल्युमीनियम फॉयल का इस्तेमाल कई हर घर में किया जाता है.अगर एल्युमीनियम हमारे शरीर में लंबे समय तक जमा रहता है तो यह कैंसर का कारण बन सकता है.


(नोट: ये जानकारी आपको इंटरनेट पर मौजूद कई रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर प्रदान की गई है. कोई जरूरी नहीं कि इनके इस्तेमाल से सभी को कैंसर हो ही जाएगा, लेकिन इससे कैंसर के खतरे ज़रूर बढ़ जाते हैं.)