Delhi Heat Wave Alert: भारत के उत्तर और पश्चिम के राज्यों में भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. प्रचंड गर्मी की वजह से लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई इलाकों में लोगों को सुखार जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, अब भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अनुमान लगाया है कि अगले पांच दिनों तक प्रचंड गर्मी और लू से राहत नहीं मिलने वाली है. यानी अगले पांच दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में लू और गर्मी के कारण लोग और भी ज्यादा परेशान रहेंगे. खासतौर पर राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व उत्तर प्रदेश में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा.


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वहीं, उत्तर भारत के कई हिस्से शुक्रवार को भीषण गर्मी की चपेट में रहे, पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ में सबसे ज्यादा तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो देश में इस मौसम में अब तक का सबसे ज्यादा तापमान है. इसके अलावा हरियाणा के सिरसा में अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस आंका गया.  वहीं, इससे पहले, 30 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा में ज्यादा तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.


 भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को एक बार फिर से बढ़ती गर्मी को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले पांच दिन के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है, जबकि मौसम केंद्र ने अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी व मध्य क्षेत्रों में लू चलने का अनुमान लगाया है.


मौसम विभाग दफ्तर ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम राजस्थान के लिए “रेड” अलर्ट जारी किया है, जिसमें हेल्थ के लिहाज से "संवेदनशील लोगों के लिए अत्यधिक देखभाल" की जरूरत पर जोर दिया गया है. IMD ने पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए "ऑरेंज अलर्ट" जारी कर कहा कि बच्चों, बुजुर्गों व पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोगों समेत संवेदनशील लोगों की "उच्च स्वास्थ्य देखभाल" करें.


भारत में लोकसभा चुनावों 2024 के मद्देनजर एक्सपर्ट्स ने लंबे वक्त तक धूप में रहने वाले या भारी काम करने वाले लोगों में गर्मी से जुड़ी बीमारियां बढ़ने की चेतावनी दी है. अमेरिका में मौजूद जलवायु वैज्ञानिकों के एक ग्रुप 'क्लाइमेट सेंट्रल' ने कहा कि भारत में 54 करोड़ 30 लाख लोगों को 18-21 मई के दौरान कम से कम एक दिन ज्यादा से ज्यादा गर्मी महसूस होगी.  क्लाइमेट सेंट्रल में साइंस डिपार्टमेंट के वाइस-चेयरमैन एंड्रयू पर्सिंग ने कहा, "मानव-जनित जलवायु परिवर्तन ने इस भीषण गर्मी को और द्यादा भयानक बना दिया है. रात का हाई टेम्परेचर जलवायु परिवर्तन को खासतौर से खतरनाक बना देता है."