Atiq Ahmed Shooters: हिंदू महासभा अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारों के समर्थन में उतरी और उन्हें कानूनी मदद देने का ऐलान किया है. हिंदू महासभा के स्वामि चक्रपाणि ने अपनी यूपी यूनिट से कहा है कि अतीक अहमद हत्याकांड के आरोपियों को जरूरी कानूनी और आर्थिक मदद की जाए. इस ऐलान के बाद काफी विवाद होना तय माना जा रहा है. आपको जानकारी के लिए बता दें कुछ दिन पहले ही अतीक अहमद पर तीन हमलावरों ने फायरिंग की थी और अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई थी.


चक्रपाणि महाराज कौन हैं?


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चक्रपाणि महाराज अकसर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. हिन्दू संतों और साधुओं की हिन्दू संस्था मानी जाने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने एक फर्जी संत की उपाधी दी थी. चक्रपाणि उन दिनों काफी चर्चाओं में आए थे जब उन्होंने दाऊद इब्राहिम की प्रोपर्टी को खरीदकर उसे सार्वजनिक शौचालय में तब्दील होने की बात कही थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने कुछ साल पहले दाऊद इब्राहिम की  कार को 32 हजार में खरीदा था और फिर उसमें आग लगा दी थी.


तीनों आरोपियों पर हैं पहले भी कई मामले दर्ज


आपको जानकारी के लिए बता दें अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले आरोपियों का नाम अरुण मौर्य, सनी और लवलेश तिवारी है, अरुण कासगंज, लवलेश बांदा और सनी हमीरपुर का रहने वाला है. सनी सिंह एक हिस्ट्रीशीटर रह चुका है जिसनें हत्या और वसूली जैसी वारदातों को अंजाम दिया है. सनी के भाई ने हाल ही के एक इंटरव्यू में बयान दिया था कि वह कुछ नहीं करता था और उसके खिलाफ कई पुलिस के मामले दर्ज हैं. हम उससे अलग रहते हैं वह बचपन में भी भाग गया था.


वहीं लवलेश के पिता ने बताया कि लवलेश नशा करता है और उससे काफी वक्त से हमारी बातचीत बंद है.  उधर अरुण मौर्य के भी एक हिस्ट्रीशीटर है गावं में उसे कालिया के नाम से जाना जाता है. अरुण जब छोटा था तो उसके माता पिता की मौत हो गई थी. उसके खिलाफ ट्रेन में चोरी और पुलिसकर्मी की हत्या के मामले दर्ज हैं.