Houthis Attack Ship: हूति विद्रोहियों ने एक बार फिर एक पानी के जहाज को टारगेट बनाया है. यूनाइटेड स्टेट्स सेंट्रल कमांड ने कहा कि यमन में हूति विद्रोहियों ने यमन के तट के पास एक अमेरिकी ऑनरशिप वाले कंटेनर जहाज पर एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है. सोमवार को जारी एक बयान में अमेरिकी सेना ने कहा कि किसी के घायल होने या  नुकसान की जानकारी नहीं है और अदन की खाड़ी में घटना के बाद मार्शल द्वीप-ध्वजांकित जिब्राल्टर ईगल अपनी यात्रा जारी रख रहा है. इस हमले की जिम्मेदारी हूति विद्रोहियों ने ले ली है.


हूति विद्रोहियों ने क्या कहा?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा, "हमारे देश के खिलाफ आक्रामकता में शामिल सभी अमेरिकी और ब्रिटिश जहाजों और युद्धपोतों को एक टारगेट माना जाता है." उन्होंने कहा कि भविष्य में यमन पर कोई भी अमेरिकी या ब्रिटिश हमला "अदंडित" नहीं होगा. 


नहीं गई किसी की जान


ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा कि हूति विद्रोहियों के जरिए कथित तौर पर तीन मिसाइलें लॉन्च की गई थीं, जिनमें से दो समुद्र तक नहीं पहुंच पाईं और तीसरी ने शिप पर हमला किया. मिसाइल की वजह से जहाज के एक हिस्से में आग लग गई, लेकिन वह समुद्र में चलने योग्य रहा और उसमें सवार किसी भी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई है.


क्यों कर रहा है हूति हमले


हूति पश्चिमी यमन पर कंट्रोल रखते हैं, जिसमें रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य भी शामिल है, जो लाल सागर और स्वेज नहर तक जाता है. जब से इजराल और हमास के बीच जंग शुरू हुई है, तभी से यह संगठन लगातार जहाजों पर हमला करता आ रहा है. संगठन का कहना है कि वह इजराइली जहाजों का निशाना बनाना तब तक बंद नहीं करेगा जब तक इजराइली सेना गाजा में लोगों को मारा बंद नहीं कर देती.


बता दें इससे पहले यूएस और यूके ने मिलकर हूति विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमला किया था. जिसके बाद संगठन ने कहा था कि वह इसका मुंह-तोड़ जवाब देने वाला है और इसका बदला लिया जाएगा.