Bihar Nawada Masjid: बिहार के नवादा में तीस साल बाद एक मस्जिद पानी के ऊपर आ पाई है. आपको बता दें तीन दशकों से पानी में डूबी इ मस्जिद का कोई नुकसान नहीं हुआ है. यह मस्जिद बिहार के चंदौली गांव के पास एक डैम में पानी कम होने के कारण तीन दशकों बाद वापस दिखाई दी है. जैसे ही इस बात की खबर लोगों तक पहुंची तो इसे देखने के लिए लोगों का तांता लगने लगा. लोग इस मस्जिद का दीदार करने कई-कई किलोमीटर से वहां पहुंचने लगे. कई लोगों ने इस मस्जिद में जाने की भी कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहे.


मस्जिद को नहीं पहुंचा कोई नुकसान


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बिहार के नवादा जिले में स्थित यह मस्जिद कई साल पानी में डूबी रही लेकिन इसको कोई नुकसान नहीं हुआ है. एक स्थानीय शख्स के मुताबिक  फुलवरिया डैम का निर्माण साल 1984 में हुआ था. इससे पहले यहां मुसलमानों की बड़ी आबादी रहा करती थी. जब इस डैम का बनाया गया तो लोगों को विस्थापित किया गया और उन्हें हरदिया डैम के बगल के गांव में बसा दिया गया. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डैम बनाने के दौरान इस मस्जिद को ऐसे ही छोड़ दिया गया. पानी होने के कारण इस मस्जिद का सिर्फ गुंबद ही दिखाई देता था.


 


कीचड़ के कारण अंदर जाना मुश्किल


इस मस्जिद के इर्द गिर्द काफी कीचड़ है इसी कारण इसके बेहद करीब जाना काफी मुश्किल हैं. लेकिन कई लोग हाथों में चप्पल लिए अंदर जाकर इसे देखने की भी कोशिश कर रहे हैं. तीस सालों से डूबी इस मस्जिद को देखने के लिए कई गावों से भी लोग आ रहे हैं. कई लोगों का कहना है कि तीन दशक यह मस्जिद पानी में डूबी रही लेकिन फिर भी यह नहीं टूटी, जोकि काफी हैरानी की बात है.