Karnataka News: कर्नाटक के स्कूलों से एक के बाद एक विवाद की खबरें सामने आती रहती हैं. पहले हिजाब को लेकर काफी दिनों तक विवाद चला. जिसके बाद अब एक नया मसला उठता दिखाई दे रहा है. जानकारी के अनुसार मंगलुरू के एक स्कूल में शिक्षकों ने बच्चों को हाथों से राखियां उतारने पर मजबूर किया. इसके अलावा उनकी राखियों को कूड़ेदान में भी फेंक दिया. मामला सामने आने के बाद पैरेंट्स ने इसका काफी विरोध किया. कई अभिभावक स्कूल के बाहर प्रदर्शन में भी शामिल हुए.


हिंदू संगठन कर रहे हैं विरोध


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एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राखी उतारने का विरोध ना सिर्फ माता पिता कर रहे हैं बल्कि हिंदू संगठनों ने भी विरोध की आवाज बुलंद की है. रिपोर्ट के अनुसार यह घटना मंगलुरु के कटिपल्ला के इन्फैंट मैरी इंग्लिश मीडियम स्कूल की है. जहां शिक्षकों ने ना सिर्फ बच्चों के हाथों से राखियों को हटवाया बल्कि उन्हें कचरा बताते हुए कूड़ेदान में भी फेंक दिया.


स्कूल के बाहर प्रदर्शन


घटना की जानकारी जैसे ही माता पिता को मिली तो वह स्कूल के आगे प्रदर्शन करने पहुंच गए. छात्रों से जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठन भी इसका विरोध करने स्कूल के बाहर पहुंच गए और स्कूल के इस एक्शन के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई.


स्कूल के कन्वेनर का आया बयान


इस मामले को लेकर अब स्कूल के कन्वेनर का बयान साामने आया है. फादर संतोष लोबो ने इस घटना की सफाई देते हुए कहा है कि हमने सभी कर्मचारियों की बैठक की है. गलती करने वालों ने माफी मंगी है. इस दिक्कत का समाधान किया जाएगा. लोबो ने कबा कि शिक्षकों ने राखी को फ्रेंडशिप बैंड समझ लिया होगा. इसी कारण यह घटना हुई. लोबो कहते हैं कि स्कूल में राखी बांधकर आने पर कोई पाबंदी नहीं है. यह घटना शिक्षकों की नासमझी के कारण हुई हैं. हम धार्मिक परंपराओं में दखल नहीं देते हैं.