Independence Day 2023: भारत इस साल अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा. सन 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था. इस दिन का इंतजार हर भारतीय को बेसब्री से रहता है. 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए एक खास है. लाखों बलिदानों के बाद देश ने 15 अगस्त को खुलकर सांस ली थी. इस साल 76वां स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) के मौके पर हम आपको एक विशेष  जानकारी देंगे. क्या आपने कभी सोचा है कि हर स्वतंत्रता दिवस पर पतंग उड़ाना इतना खास क्यों माना जाता है? आइये जानते हैं.. 


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1927 से चली आ रही है परंपरा 
भारत में ऐसे तो कई त्योहारों में पतंग उड़ाई जाती है. लेकिन पतंग उड़ाने की परंपरा 15 अगस्त को ऐतिहासिक रूप से बहुत महत्तवपूर्ण है. भारत में संदेश लिखी पतंगें उड़ाने की परंपरा बहुत पुरानी है. साल 1927 में स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश शासन के विरोध में साइमन कमिशन के खिलाफ, गो बैक लिखी पतंगें उड़ाईं थीं. 


ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने पर मनाई जाती है खुशी 
तब से लेकर ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भारतीयों के लिए पतंग उड़ाना एक परंपरा बन गई है. लोग पतंग उड़ाने को स्वतंत्रता, खुशी और देशभक्ति की अभिव्यक्ति के रूप में देखते हैं. स्वतंत्रता दिवस पर पतंग उड़ाना उत्तर भारत में विशेष रूप से दिल्ली, लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली में बहुत लोकप्रिय है. जाहिर तौर पर पतंगों पर संदेश लिखने का चलन आज भी कम नहीं हुआ है.


इन खास त्योहारों पर भी उड़ाई जाती हैं पतंग 
यह परंपरा सदियों से चली आर ही है. पतंग उड़ाना भी भारतीय त्योहारों का एक महत्वपूर्ण पहलू है. जहां गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान में लोग मकर संक्रांति के त्योहार के दौरान पतंग उड़ाते हैं. वहीं बंगाल में विश्वकर्मा पूजा, अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों के दौरान उत्सुकता से पतंग उड़ाई जाती है.