अरुणाचल विवाद पर बोले गिरिराज, पूरी दुनिया तारीफ कर रही है, अपने लोग तनकीद कर रहे
9 दिसंबर को भारत और चीन की सरहाद पर सैनिकों के दरमिया झड़प हुई. इस पर अपोजिशन पार्टियों ने सदन चर्चा की मांग की है. लेकिन गिरिराज सिंह ने इस पर बातचीत करने से मना कर दिया है.
भारत और चीन की सेना के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के मुद्दे पर बात चीत की मांग को लेकर कांग्रेस समेत दूसरे अपोजिशन पार्टियों ने बुधवार को लोकसभा में जमकर हंगामा किया. चीन के मसले पर बातचीत की मांग को नकार देने के बाद सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी की कयादत में कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया. दूसरी कई अपोजिशन पार्टियों ने भी कांग्रेस का साथ देते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया.
शशि थरूर ने की मांग
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने देश में संसदीय जिम्मेदारी और 1962 की लड़ाई पर सदन में हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि संसद में इस मसले पर चर्चा होनी ही चाहिए. रक्षा मंत्री के बयान को लेकर बयानबाजी करते हुए थरूर ने मीडिया से कहा बिना कोई सवाल लिए, बिना दूसरों की बात सुने एक छोटा सा बयान दे देना लोकतंत्र नहीं है.
यह भी पढ़ें: Delhi: G-20 समिट पर LG वीके सक्सेना ने बुलाई अहम मीटिंग; सीएम केजरीवाल भी होंगे शामिल
देश के अंदर हो रही आलोचना
वहीं अपोजिशन पार्टी के वॉकआउट और अपोजिशन की बातचीत की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, अमेरिका भी भारत की तारीफ करते हुए यह कह रहा है कि अरुणाचल में भारत के जवानों ने चीन के सैनिकों को खदेड़ दिया, उस वक्त देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते-करते देश की आलोचना करने लग गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अपोजिशन पार्टियां सेना को अपमानित करने का काम कर रही हैं और इन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी यही किया था.
नहीं हो सकती बातचीत
विपक्ष की चर्चा की मांग को खारिज करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्री संसद के दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा में बयान दे चुके हैं तो इस पर अब किस बात की चर्चा की मांग की जा रही है. यह बजट नहीं है जिस पर चर्चा कराई जाए, यह देश की रक्षा और सुरक्षा से जुड़ा मामला है.
Zee Salaam Live TV: