नई दिल्ली: भारतीय नेवी चीफ प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि भारतीय नौसेना ने सरकार को बताया है कि वह 2047 तक ‘आत्मनिर्भर’ बन जाएगी. उन्होंने नौसेना दिवस पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नौसना हिंद महासागर में चीन के अलग-अलग फौजी जहाजों की आवाजाही पर सख्त नजर रखती है. कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना ने पिछले एक साल में बहुत कुछ हासिल किया है और समुद्री सुरक्षा की अहमियत पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. 


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नौसेना प्रमुख ने कहा, "सरकार ने हमें आत्मनिर्भर भारत पर साफ हिदायत दी है. हमने बताया है कि भारतीय नौसना 2047 तक आत्मनिर्भर बन जाएगी." एडमिरल आर हरि कुमार ने यह भी कहा कि पिछले एक साल हमारा बहुत व्यस्त समय रहा. विमानवाहक आईएनएस विक्रांत का नौसेना के बेड़े में शामिल होना भारत के लिए ऐतिहासिक घटना है. उन्होंने कहा कि नौसेना का टार्गेट देश के लिए ‘भारत में बनने वाले’ सुरक्षा समाधान हासिल करना है.


इस मौके पर उन्होंने अग्निवीरों को लेकर कहा कि अग्निवीरों के पहले बैच की रिपोर्ट आ चुकी है, लगभग 3000 अग्निवीर शामिल हो चुके हैं जिनमें से लगभग 341 महिलाएं हैं. अगले साल हम महिला अफसरों को सभी ब्रांचों में शामिल करने पर गौर कर रहे हैं, न कि सिर्फ 7-8 शाखाओं में जो आज तक सीमित हैं.


बता दें कि पहली बार, नौसेना दिवस का अहम प्रोग्राम नई दिल्ली के बाहर विशापत्तनम में हुआ. जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू चीफ गेस्ट के तौर पर शामिल हुईं. साल 1971 के भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ में नौसेना की उपलब्धियों की याद में देश में हर साल चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार इस प्रोग्राम की मेजबानी की. इसमें राष्ट्रपति के अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी और कई बड़ी हस्तियां मौजूद थीं. 


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