Indore Temple Accident: मध्य प्रदेश के इंदौर के एक मंदिर में कल एक भयानक घटना हुई, जिसमें अभी तक 35 लोगों की जान जा चुकी है. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने जी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 14 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. मध्यप्रदेश पुलिस, एनडीआरएफ यानी नेशनल डिजास्टर टीम के जरिए अभी भी ऑपरेशन जारी है.


एक शख्स अभी भी गुमशुदा


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इंदौर के कलेक्टर ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया है कि इस हादसे में कुल 35 लोगों की जान गई है. वहीं एक शख्स अभी भी मिसिंग है और 14 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. जिन लोगों को इलाज के लिए ले जाया गया था उनमें से 2 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. फिलहाल जो शख्स मिसिंग है उसको ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.


आपको जानकारी के लिए बता दें शुक्रवार के रोज इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी की विशेष पूजा के दौरान बावड़ी की छत गिर गई. कलेक्टर ने बताया रेस्क्यू ऑपरेशन तकरीबन साढ़े 12 बजे शुरू हुआ था, और अभी तक जारी है. इस मामले में एक मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं.


सरकार का मामले को लेकर क्या है रुख?


मध्य प्रदेश के सीएम  शिवराज सिंह चौहान इस मामले में सीधी नजर बनाए हुए हैं और पल-पल का अपडेट ले रहे हैं. सीएम ने मरने वालों के परिवार वालों को 5 लाख रुपये सहायता राशी देने का ऐलान किया है. वहीं जो लोग घायल हुए हैं उन्हें 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा केंद्र ने भी पीएम रिलीफ फंड से 2 लाख रुपये सहायता राशी देने का ऐलसान किया है.


पीएम मोदी ने क्या कहा?


पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक ट्वीट करते हुए लिखा- "इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति की जानकारी ली है. राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य को तेजी से आगे बढ़ा रही है. मेरी प्रार्थना सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ है."


ऐसे में कई लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर क्यों इंतेजामिया ने पुराने कुए पर स्लैब बनाने की अनुमति दी. एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदिर के मुख्य पुजारी लक्षमी नारायण शर्मा ने कहा कहा कि मंदिर के ऊप स्लैब बना किसी कंक्रीट सपोर्ट के बनाया गया था.