ISIS: खैबर पख्तूनख्वा इलाके में बड़ी तादाद में तहरीक-ए-तालिबान के दहशतगर्दों की आमद के बीच पाकिस्तान के सामने इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) की तरफ से भी खतरा बना हुआ है जो देश में अपना दायरा बढाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी.  मिनिस्ट्री की तरफ से सीनेट को अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजियों की वापसी के बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की बढ़ती एक्टिविटी के बारे में जानकारी दी गई. प्रतिबंधित ग्रुप के खिलाफ तालिबान नीत अंतरिम अफगान सरकार की निष्क्रियता के बारे में भी सीनेट को बताया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

होम मिनिस्ट्री ने एक सवाल के तहरीरी जवाब में 2022 की शांति वार्ता के दौरान टीटीपी के नये सिरे से संगठित होने और उसकी सरगर्मियों में विस्तार के बारे में जानकारी शेयर की जिसने अपनी आतंकी गतिविधियों को बढ़ा दिया है. उसने कहा, टीटीपी ने अपनी गतिविधियों में काफी इजाफा कर दिया है और अपनी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए दूसरे शिद्दत पसंद ग्रुपों की हिमायत जुटाने की कोशिश कर रहा है. इसकी गतिविधियां खास तौर से खैबर पख्तूनख्वा में केंद्रित हैं और बलूचिस्तान में भी इसके निशान दिखाई दे रहे है. यह तंजीम देश में अपने नेटवर्क को फैलाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है.



बता दें कि बीते रोज पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में नामालूम दहशतगर्दों ने छह नाईयों को अगवा करने के बाद उनका गोली मारकर कत्ल कर दिया. पुलिस ने यह जानकारी शेयर की.  न्यूज एजेंसू ने मंगलवार को बताया कि यह वारदात अफगानिस्तान के बॉर्डर से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शुमाली वजीरिस्तान जिले के मीर अली इलाके में पेश आई. पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान पाकिस्तान के पंजाब सूबे के रहने वालों के तौर पर की गई है. अब पाकिस्तान अपने जाल में खुद ही फंसता नजर आ रहा है. आतंक को बढ़ावा देने वाले मुल्क को दहशतगर्दाना तंजीम से डर लग रहा है.