Israel-Palestine War Update: इजराइल और फिलिस्तीन वॉर के बीच ऐसी तस्वीरें सामने आई रही हैं जो दिल दहलाने वाली हैं. इजराइल के जरिए किए जा रहे हमलों में 11 हजार से फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं. इसके साथ ही बिजली न होने की वजह से अस्पतालों का भी बुरा हाल है. कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसमें समय से पहले जन्में बच्चे ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं.


दिल दहलाने वाली तस्वीरों


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तस्वीरों में एक के बराबर एक बच्चे लेटे हैं. नवजात शिशुओं को गाजा के अल शिफा अस्पताल में डॉक्टरों की देख रेख में रखा गया है, जो इजरायली टैंकों से घिरा हुआ है, और बिजली, पानी, भोजन, दवाओं और उपकरणों का अभाव है. अल शिफा में बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. मोहम्मद तबाशा ने सोमवार को एक टेलीफोन इंटरव्यू में कहा, "कल मेरे पास 39 बच्चे थे और आज वे 36 हो गए हैं."


मुझे नहीं पता कि वह कब तक जिंदा रहेंगे. मैं आज दो और बच्चे खो सकता हूं. समय से पहले जन्मे शिशुओं, जिनका वजन 1.5 किलोग्राम से कम होता है और कुछ मामलों में केवल 700 या 800 ग्राम होता है. इनको इनक्यूबेटरों में रखा जाता है. तबाशा ने कहा, "बिजली की कमी से उन्हें नॉर्मल बेड्स पर शिफ्ट करना पड़ा है. मैंने कभी नहीं सोचा कि कि मुझे एक के बराबर एक बच्चों को रखना पड़ेगा, जिन्हें अलग-अलग बीमारया हैं."


बिना स्टेरेलाइड किय दूध पिलाया जा रहा है


डॉक्टर ने बताया, शिशु बहुत ठंडे हैं और बिजली कटौती के कारण तापमान स्थिर नहीं है. संक्रमण नियंत्रण उपायों के अभाव में, वे एक-दूसरे तक वायरस पहुंचा रहे हैं और उनमें कोई इम्यूनिटी नहीं है. हमारे पास उनके दूध को स्टेरेलाइज करने का कोई तरीका नहीं है. जिसकी वजह से कई उन्हें गैस्ट्राइटिस हो रहा है और साथ ही दस्त और उल्टी की भी समस्या हो रही है. उन्होंने अल शिफा से टेलीफोन पर कहा, "वे बहुत बुरी स्थिति में हैं जहां आप उन्हें धीरे-धीरे मार रहे हैं."


उन्होंने आगे कहा,"ये बहुत ही संजीदा मामले हैं, जहां आपको इनसे निपटने में बहुत संवेदनशील होना होगा. आपको इनमें से हर एक का बहुत खास तरीके से ध्यान रखना होगा. वर्तमान में वे सभी खुली जगह पर हैं, वे सभी एक-दूसरे के साथ हैं." ज्ञात हो कि इजराइल के टैंक्स और सेना ने अल शिफा अस्पताल को घेरा हुआ है, उनका मानना है कि यहां हमास का अहम बेस है.