Assistant Professor Suspended: जामिया मिलिया इस्लामिया ने मनोविज्ञान विभाग के यौन उत्पीड़न के इल्ज़ाम  में असिस्टेंट प्रोफ़सर निलंबित कर दिया. सहायक प्रोफेसर को परिसर में कथित यौन उत्पीड़न और दुराचार के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. यूनिवर्सिटी की आंतरिक शिकायत कमेटी ने प्रोफ़ेसर आबिद हुसैन के आचरण की मामले के "पूर्ण तथ्यों" पर जांच भी शुरू कर दी है. हुसैन ने अपने ऊपर लगाए गए तमाम इल्ज़ामात को ख़ारिज कर दिया है और फैकल्टी के लोगों पर उनके ख़िलाफ़ साज़िश रचने का इल्ज़ाम लगाया है.


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कथित यौन दुराचार के इल्ज़ाम में सस्पेंड
एक महीने में ये दूसरा मामला है जब किसी फैकल्टी  के मेंबर को परिसर में कथित यौन दुराचार के इल्ज़ाम में सस्पेंड किया गया है. जामिया के रजिस्ट्रार नाज़िम हुसैन जाफरी ने कार्यालय ज्ञापन में कहा कि मनोविज्ञान विभाग के सात संकाय सदस्यों द्वारा दायर एक तहरीरी शिकायत पर हुसैन के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई. संकाय सदस्यों ने अपनी शिकायत में इल्ज़ाम लगाया कि हुसैन बहुत आक्रामक हैं और उन्होंने एक मीटिंग के दौरान फैकल्टी के डीन की उपस्थिति में उनके (संकाय के सदस्यों) प्रति, विशेष रूप से विभागाध्यक्ष के लिए क़ाबिले ऐतराज़ ज़बान का इस्तेमाल किया. शिकायत में कहा गया है, डॉ. आबिद ने शालीनता की सभी हदें पार कर दीं और आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए न केवल मौखिक रूप से गाली- गलौच की बल्कि अन्य संकाय सदस्यों की उपस्थिति में उस पर शारीरिक हमला भी किया.


 


कमेटी करेगी मामले की जांच
जामिया मिलिया इस्लामिया के क़ानून के क़ानून 37(1) के तहत निहित शक्तियों के संदर्भ में जामिया की वाइस चांसलर ने डॉ. आबिद हुसैन, सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. लंबित अनुशासनात्मक कार्यवाही के प्रभाव में, मामले के पूर्ण तथ्यों पर विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति द्वारा अलग से जांच की जाएगी. बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, जेएमआई ने प्रबंधन अध्ययन विभाग के सहायक प्रोफेसर एस वीरामणि को कथित तौर पर एक छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के इल्ज़ाम में सस्पेंड कर दिया था.


 


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