Jamia News: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सोमवार की शाम को छठ पूजा का त्योहार मनाया गया हैं. इसमें कई डिपार्टमेंट के स्टूडेंट शामिल हुए हैं. भारत के उत्तर क्षेत्र खासकर बिहार में छठ का त्योहार काफी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. हालांकि इन शहरों से आने वाले स्टूडेंट हाल ही में होने वाले एग्जाम के वजह से अपने घर नहीं जा सकें, इस वजह से उन्होनें इस त्योहार को यूनिवर्सिटी में ही मनाने का फैसला किया. 


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यूनिवर्सिटी  के छात्र अपने घर से दूर होने के बावजूद भी अपनी सांस्कृति से जुड़े हुए हैं. उन्होनें छठ के त्योहार को एक साथ मनाया हैं, जो सभी छात्राओं में आपसी मोहब्बत और एकता का संदेश हैं. उनके इस कोशिश ने यूनिवर्सिटी  के विविध प्रकृति को दिखाया हैं. 



वैसे तो छठ पूजा चार दिन का एक पावन त्योहार हैं, जिसे पूरे अकीदत के साथ मनाया जाता है. लेकिन अपने घरों से दूर जामिया के छात्राओं ने इसे चौथे दिन सोमवार की शाम को सेटेनरी गेट पर एकत्र होकर मनाया था. अलग-अलग डिपार्टमेंट के छात्राओं ने एक साथ पूजा की.  ये कार्यक्रम पूर्वांचल सहायता समिति के बैनर तले मनाया गया है. इसमें अर्थशास्त्र विभाग से ज्योति त्रिपाठी, समाजशास्त्र विभाग से हंजला खान, राजनीति विज्ञान विभाग से पुष्कर कुमार,  और मास मीडिया के छात्र अब्दुल गनी, आर्यन त्रिपाठी, आदित्य आनंद, मुस्कान अंसारी और अमित सिंह हैं. 


इस कार्यक्रम के दौरान लोकगीत, प्रसाद और मिलन समारोह जैसे विभिन्न कार्यक्रम देखे गए हैं. जी सलाम से बातचीत में, बी.ए. (ऑनर्स) मास मीडिया के छात्र अमित सिंह ने कहा कि यह हमारे सहपाठियों के बीच एकता, सद्भाव और भाईचारा फैलाने के लिए मनाया जाता हैं. हमें बहुतअच्छा महसूस हुआ और ऐसा महसूस नहीं हुआ कि हम अपने परिवार से दूर हैं. जामिया हमारे नए घर की तरह है और यहां के लोग मेरे भाई-बहन हैं.



गौरतलब है कि 3 साल पहले वर्ष 2020 में NRC-CAA कानून के विरोध में जामिया कैंपस में होने वाले छात्रों के आन्दोलन के बाद देश और दुनिया भर में जामिया मिल्लिया इस्लामिया सुर्ख़ियों में आ गया था. यहां कैंपस में घुसकर की गई पुलसिया कार्रवाई का देश और दुनियाभर में विरोध किया गया था. हालाँकि, इस आन्दोलन के बाद जामिया अब इन विवादों से उबर चुकी है. अपने गुणवत्तापूर्ण  शिक्षण- प्रशिक्षण के कारण यह देश की तीसरी सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी बन गयी है. 


आम तौर पर कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्र होली जैसे त्यौहार तो मनाते हैं, लेकिन बाकी तौहार में छुट्टियां हो जाने के कारण कैंपस में त्यौहार नहीं मना पाते हैं, लेकिन जामिया में इस बार बिहार और पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले छात्रों ने कैंपस में ही छठ पर्व मनाने का एहतमाम किया. छात्र और जामिया से जुड़े शिक्षकों का मानना है की इससे पहले दिल्ली या देश के किसी अन्य यूनिवर्सिटी कैंपस में छठ मनाने का उनके पास अभी तक कोई जानकारी नहीं है। इसलिए संभवतः ये पहला मामला है की किसी यूनिवर्सिटी में लोक आस्था का पर्व छठ मनाया गया हो..


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