Jamia Millia Islamia Protest: दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में नूंह हिंसा की मुखालेफत में छात्रों ने प्रदर्शन किया. बड़े पैमाने पर कैम्पस में छात्र जमा हुए. स्टूडेंट्स ने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर प्रोटेस्ट किया. छात्रों का कहना है कि माहौल बेहतर बनाने के बजाए ख़राब करने की साज़िश की जा रही है. छात्र नूंह में हुई हिंसा को लेकर हरियाणा सरकार को ज्ञापन देने के लिए हरियाणा भवन जाने की कोशिश कर रहे थे. छात्रों के हरियाणा सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाजी की.


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नूंह में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
इस मौके पर बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया और विरोध कर रहे छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई. छात्रों के नूंह में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मेवात और नूंह में मुसलमानों के घरों और दुकानों पर हो रही बुलडोजर कार्रवाई को बंद किया जाए. जिन लोगों के घरों को तोड़ा गया है उनको दोबारा से बनाया जाए और जो FIR दर्ज की गई है, उनको भी वापस लिया जाए. छात्रों ने मांग करते हुए कहा कि गैर कानूनी तौर पर गिरफ्तार किए गए लोगों को छोड़ा जाए. नूंह हिंसा के बाद एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के तलबा ने विरोध दर्ज कराया.



ब्रज मंडल यात्रा निकालने की मांग खारिज
बता दें कि, हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था. इस दौरान यात्रा पर पथराव होने से माहौल गर्म हो गया और देखते ही देखते दो समुदायों के लोग आपस में भिड़ गए. सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके अलावा कई घरों और दुकानों को भी तबाह कर दिया गया. नूंह की हिंसा की आंच आस-पास के इलाकों में पहुंची और वहां भी जमकर हंगामा हुआ. हालांकि, हरियाणा के नूंह में एक बार फिर से ब्रज मंडल यात्रा निकालने की मांग को नूंह जिला प्रशासन ने खारिज कर दिया है. इसके पीछे दिल्ली में होने वाली G-20 मीटिंग को अहम वजह माना जा रहा है.


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