The Jamia Millia Islamia: जामिया मिलिया इस्लामी (जेएमआई) में मंगलवार रात जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद बुधवार यूनिवर्सिटी ने एक बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि  दिवाली समारोह के दौरान मंगलवार रात (22 अक्टूबर) को हुई झड़प एक प्रायोजित घटना लगती है, जिसमें बाहरी तत्वों ने हिस्सा लिया था, जिनका मकसद विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ना था.


यूनिवर्सिटी ने जारी किया बयान


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूनिवर्सिटी ने एक ऑफिशियल बयान में कैंपस के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के जानबूझकर किए जा रही कोशिशों पर फिक्र का इजहार किया है. जेएमआई ने जामिया नगर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है.


स्टूडेंट्स को मिली थी इजाजत


यूनिवर्सिटी ने बयान में कहा,"यह घटना पूरी तरह से प्रायोजित प्रतीत होती है और इसमें विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश में कुछ बाहरी तत्वों का शामिल होना लगता है." विश्वविद्यालय ने कहा कि उसने विद्यार्थियों को दिवाली मनाने की सशर्त अनुमति दी थी, और शाम 7:30 बजे तक उत्सव शांतिपूर्ण रहा, जब तक अज्ञात नारे नहीं लगाने शुरू नहीं कर दिए.


दर्ज की गई शिकायत
यूनिवर्सिटी ने कहा,"ये बाहरी तत्व उपद्रव भड़काने के लिए जिम्मेदार थे, जिनकी वजह से कुछ छात्र गुस्से में इसमें शामिल हो गए." इस मामले में पुलिस ने जामिया नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है, इसके साथ ही सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है.


बयान में पुष्टि की गई, "सीसीटीवी फुटेज और आंतरिक स्रोतों के माध्यम से आरोपियों की पहचान की जा रही है ताकि उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके." अपने कल्चर के बारे में बताते हुए जामिया ने  कहा कि यूनिवर्सिटी गंगा-जमुनी तहज़ीब का केंद्र है, और हर साल यहां हर धर्म के लोग त्यौहार मिल जुलकर मनाते हैं.


क्या है पूरा मामला?


जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार को दिवाली समारोह के दौरान एक खास ग्रुप के जरिए रंगोली साफ करने के कथित प्रयास को लेकर तीखी बहस के बाद भारी झड़प हो गई. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके अनुसार, परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई और ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ के नारे लगाए.