Omar Abdullah on India Alliance: इंडिया अलायंस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पहले TMC और आम आदमी पार्टी, फिर सपा, अब राजद और NC भी कांग्रेस से पीछा छुड़ाना चाहती है. हाल के दिनों में वेस्ट बंगाल की सीएम और इंडिया गंठबंधन की महत्वपूर्ण सदस्य ममता बनर्जी ने कहा था कि वह इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करना चाहती हैं. जबकि आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस को भारत से बाहर फेंक देना चाहिए. वहीं, आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक दिन पहले इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया था. अब जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला भी कह रहे हैं कि इंडिया गठबंधन खत्म हो चुका है. जिसे लेकर सियासत गरमा गई है. ऐसे में आने वाले दिनों में इंडिया अलायंस का भविष्य क्या होगा, आइए जानते हैं.


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उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि वह दिल्ली विधानसभा इलेक्शन के लिए विपक्ष की रणनीति पर टिप्पणी नहीं कर सकते, क्योंकि उनकी पार्टी का वहां के चुनाव से 'कोई लेना-देना' नहीं है. आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और वहां चुनाव लड़ रहे अन्य राजनीतिक दलों को यह तय करना चाहिए कि बीजेपी का बेहतर तरीके से मुकाबला कैसे किया जाए."


इंडिया गठबंधन का क्या है भविष्या
जब पत्रकारों ने पूछा कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कहते हैं कि 'इंडिया' गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था, तो उमर अब्दुल्ला ने कहा, "जहां तक ​​मुझे याद है, इस पर कोई समय सीमा नहीं रखी गई थी. दुर्भाग्य से भारत ब्लॉक की कोई बैठक नहीं बुलाई जा रही है, इसलिए इसमें कोई स्पष्टता नहीं है. न तो नेतृत्व के बारे में, न ही एजेंडे के बारे में और न ही हम साथ रहेंगे या नहीं."


उन्होंने आगे कहा, "शायद दिल्ली विधानसभा इलेक्शन के बाद इंडिया गठबंधन के दलों की बैठक बुलाई जानी चाहिए. अगर यह (गठबंधन) सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था, तो इसे खत्म कर दें और अगर यह विधानसभा इलेक्शन के लिए भी है, तो हमें मिलकर काम करना होगा."


तेजस्वी यादव के बयान के बाद भारी बवाल
वहीं, एक दिन पहले जब तेजस्वी यादव से दिल्ली विधानसभा इलेक्शन में इंडिया गठबंधन में फूट और कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलग-अलग चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि यह गठबंधन सिर्फ लोकसभा इलेक्शन के लिए बना है. यह पहले से ही तय था कि इंडिया ब्लॉक सिर्फ लोकसभा इलेक्शन के लिए है. तेजस्वी यादव ने भले ही दिल्ली के संदर्भ में इंडिया गठबंधन को खत्म करने का बयान दिया हो, लेकिन यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में महागठबंधन साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगा.


दिल्ली में अलग-थलग पड़ी कांग्रेस
दिल्ली विधानसभा इलेक्शन आप और कांग्रेस अलग-अलग लड़ रहे हैं, हालांकि दोनों ही पार्टियां इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. इस चुनाव में इंडिया गठबंधन के लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां  आदमी पार्टी के साथ खड़े हैं. इससे कांग्रेस अलग-थलग पड़ती नजर आ रही है.  हालात ये हैं कि समाजवादी पार्टी, जिसके सहारे कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश लोकसभा इलेक्शन में बीजेपी को 40 से कम सीटें मिलने से रोका था, वो दिल्ली विधानसभा इलेक्शन में कांग्रेस का साथ देने की बजाय आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी है. इससे पहले आप ने कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से बाहर करने की बात कही है.


ममता के समर्थन के बाद इंडिया गठबंधन में काग्रेस को खतरा
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को अपना समर्थन दिया है. इससे पहले भी ममता बनर्जी कांग्रेस से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं. हाल ही में उन्होंने इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा जताई थी. जिसका समर्थन पूर्व सीएम लालू यादव ने किया था. अब उन्होंने दिल्ली में केजरीवाल को अपना समर्थन दिया है. जिससे यह साफ हो गया है कि इंडिया गठबंधन का भविष्य अधर में है.