Omar Abdullah On Kejriwal: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सियासी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने अपने ख्यालात का इजहार किया. उन्होंने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को "लोकतंत्र पर धब्बा" करार दिया है. उमर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "ऐसी तैसी डेमोक्रेसी. 400 से ज्यादा सीटों की सभी चर्चाओं के बावजूद, सत्तारूढ़ सरकार उल्लेखनीय स्तर की घबराहट प्रदर्शित कर रही है. आम चुनावों की घोषणा के कुछ ही दिनों के अंदर एक मौजूदा विपक्षी सीएम को एक लचीली केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जाना लोकतंत्र पर एक धब्बा है".


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केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सवाल
उमर ने सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को साफ तौर पर चुनाव से जुड़ा हुआ बताया. उन्होंने मीडिया से कहा कि, इलेक्शन कमीशन के जरिए लोकसभा इलेक्शन की तारीखों के ऐलान के कुछ ही दिनों के अंदर मौजूदा सीएम और अपोजिशन गठबंधन के एक अहम हिस्से को ईडी ने मनमाने तरीके से गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने कहा, कुछ हफ्ते पहले, झारखंड के मौजूदा सीएम भी इसी हालत में थे. पिछले साल दिल्‍ली के डिप्टी सीएम को भी गिरफ्तार किया गया था. यह बदकिस्मती से उस प्रक्रिया का एक हिस्सा है, जिसके तहत इस देश में लोकतांत्रिक संस्थाएं धीरे-धीरे इस हद तक तबाह हो गई हैं कि, अब उनका वजूद तकरीबन खत्‍म होने की कगार पर है.


विपक्ष की "लोकतंत्र बचाओ रैली"
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, मुल्क को हमारे लोकतंत्र के सामने मौजूद खतरे का एहसास है या नहीं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन, यह सरकार जो विरासत छोड़ेगी, वह देश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं, केजरीवाल की गिरफ्तारी की मुखालेफत में इंडिया गठबंधन रविवार 31 मार्च को रामलीला मैदान में "लोकतंत्र बचाओ रैली" का आयोजन करेगा. खबरों के मुताबिक, इस रैली में शरद पवार, तेजस्वी यादव, सीताराम येचुरी, डी राजा, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती,  अखिलेश यादव समेत अन्य नेताओं के शानमिल होने की उम्मीद है.