JEE: कोटा में एक साल में 20 आत्महत्याएं; अब एक और छात्र की लाश बरामद
JEE Student Found Dead in Kota: कोटा में एक और छात्रा ने आत्महत्या कर ली है. इस महीने में ये तीसरा मामला पेश आया है. मृतक बिहार से ताल्लुक रखता था. पढ़ें पूरा मामला
JEE Student Found Dead in Kota: कोटा से एक और आत्महत्या का मामला सामने आया है. इस बार एक 17 साल के छात्र ने सुसाइड किया है. पुलिस ने जानकारी दी है कि इस साल में सुसाइड का ये 20वां मामला है. वहीं ये इस महीने का तीसरा केस है. बिहार से ताल्लुक रखने वाला छात्र जेईई की तैयारी के लिए कोटा आया था.
2023 में सबसे ज्यादा आत्महत्याएं?
जिला प्रशासन के पास उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि कोटा में इस साल प्रति माह औसतन तीन आत्महत्याएं दर्ज की गई हैं. इससे यह भी पता चला कि इस साल आत्महत्याओं की कुल तादाद 20 है जो 2018 में आए खुदकुशी के मामलों से मेल खा चुकी है. अगर अब एक और आत्महत्या का मामला सामने आता है तो ये साल सबसे ज्यादा सुसाइड होने के नाम पर दर्ज हो जाएगा.
क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने जानकारी दी है कि मृतक छह महीने पहले कोटा जेईई की तैयारी करने के लिए आया था और महावीर नगर के एक हॉस्टल में रह रहा था. पिछले तीन दिनों से उसके पिता उसके साथ रह रहे थे. जैसे ही उसके पिता घर वापस लौटे वैसे ही छात्र ने आत्महत्या कर ली.
आत्महत्या का कैसे पता लगा?
मृतक के पिता उसे लगातार फोन कर रहे थे. लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रा रहा था. ऐसे में उन्होंने केयर टेकर को देखने के लिए कहा. जैसे ही वह कमरे पर पहुंचा तो छात्र की लाश पड़ी थी. एसएचओ ने बताया कि कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है और शुरुआती जांच से पता लगता है कि छात्र के आचरण में कोई भी बदलाव नहीं आया था. बॉडी को ऑटोप्सी के लिए जिला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया है.
इस महीने तीसरी आत्महत्या
आपको जानकारी के लिए बता दें इस महीने में ये तीसरी आत्महत्या है. इससे पहले 4 अगस्त को एक 17 साल के छात्र ने महावीर नगर में सुसाइड कर लिया था. मृतक जेईई की तैयारी कर रहा था. वहीं 3 अगस्त को नीट की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या की थी.
ये आंकड़े चौंका देंगे!
एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में 18 छात्रों ने आत्महत्या की थी. वहीं 2018 में 20, 2017 में 7, 2016 में 17 और 2015 में 18 छात्रों ने आत्महत्या की थी. बता दें कोटा को एंटरेंस एग्जाम की कोचिंग का हब माना जाता है. यहां से हर साल 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजनेस होता है.