Jewish Bomb Threat: न्यूयॉर्क शहर में दो दर्जन से ज्यादा आराधनालयों और इंस्टीट्यूट्स को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. यह धमकी लॉन्ग आईलैंड के कई यहूदी मंदिरों को भी मिली है. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार, 4 मई को भेजे गए ईमेल में लिखा था, "हेलो, अगर आप इस ईमेल को देखते हैं तो आपको यह सूचना मिल जाएगी कि मैंने आपकी इमारत के अंदर एक बम रखा है."


निष्क्रिय करने के लिए कुछ ही घंटे


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ईमेल में आगे लिखा गया था, यह कोई धमकी नहीं है, मैंने आपकी बिल्डिंग में बम रखा है, जिसे निष्क्रिय करने के लिए कुछ ही घंटे हैं. अगर अगर नहीं किया गया तो हर जगह खून बिखरेगा." यह धमकी कथित तौर पर खुद को 'Terrorizers111' कहने वाले एक ग्रुप की तरफ से आई थी. यह धमकी 14 मैनहट्टन आराधनालयों और यहूदी केंद्रों, ब्रुकलिन में दो और क्वींस में पांच, साथ ही दो और उपनगरीय मंदिरों और लॉन्ग आइलैंड पर एक को मिली है. न्यूयॉर्क लैंडमार्क्स कंजरवेंसी को भी इसी तरह की धमकी मिली थी.


यह धमकी ऐसे वक्त में आई हैं, जब अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. मांग की जा रही है कि अमेरिका यहूदी मुल्क से व्यपार बंद करे. कई सौ की तादाद में फिलिस्तीनी समर्थक यूनिवर्सिटी के कैंपस में कैंप्स लगाए हुए हैं. इस बीच, न्यूयॉर्क के अधिकारियों ने कहा कि धमकी का कोई आधार नहीं है. जांचकर्ता अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन्हें किसने भेजा है.


अमेरिकी सीनेटर चक शूमर और प्रतिनिधि जेरी नाडलर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने जांच के बारे में एफबीआई से बात की है. सीबीएस न्यूज़ के अनुसार, शूमर ने कहा, "मैंने उनसे यह पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा कि यह किसने किया." "ऐसा करना मुश्किल है, क्योंकि जो लोग ऐसा करते हैं वे अक्सर यह छिपा सकते हैं कि उनका ईमेल कहां से आ रहा है, उनके फोन कॉल कहां से आ रहे हैं.


एक्स पर एक पोस्ट में, गवर्नर कैथी होचुल ने लिखा, “हम न्यूयॉर्क में सभास्थलों पर कई बम खतरों की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं. यह निर्धारित किया गया है कि धमकियां विश्वसनीय नहीं होंगी, लेकिन हम डर और यहूदी विरोधी भावना फैलाने वाले व्यक्तियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे. जिम्मेदार लोगों को उनके घृणित कामों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.”