जमशेदपुरः झारखंड के पूर्वी सिंहभूम (Jharkhand Jamshedpur) जिले में एक दलित छात्रा को कथित तौर पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर करने (forcing girl to remove dress) की मुल्जिम स्कूल की टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक,  क्लास नौ में पढ़ने वाली छात्रा ने शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद कथित तौर पर खुद को आग लगा ली थी. फिल्हाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है, और वह अस्पताल में भर्ती है. एक अफसर ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया है.

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अपमान के बाद छात्रा ने घर आकर लगा ली आग 
छात्रा ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि महिला निरीक्षक ने उसे बेइज्जत किया और कक्षा से सटे एक कमरे में कड़े प्रतिरोध के बावजूद कपड़े उतारने के लिए कहा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने अपनी ड्रेस में नकल की पर्ची तो नहीं छिपा रखी है. छात्रा की मां ने कहा कि उसकी बेटी इस अपमान को सहन नहीं कर सकी और स्कूल से लौटने के कुछ देर बाद ही उसने खुद को आग लगा ली.

प्रधानाचार्य का दावा, छात्रा कर रही थी नकल 
वहीं, स्कूल की प्रधानाचार्य गीता रानी महतो ने दावा किया है कि लड़की परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ी गई थी, और शिक्षक ने छात्रा से ऊपरी हिस्से पर लगी ड्रेस को यह जांचने के लिए उतार दिया था कि क्या कोई चिट तो नहीं छिपाई गई है ? उधर, घटना से आक्रोशित एक आदिवासी संगठन ने आरोपी टीचर को फौरन बर्खास्त करने की मांग की है और जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने धरना दिया है. संगठन ने छात्र के मुफ्त और उचित इलाज की भी मांग की है. 


शिक्षिका को गिया गया गिरफ्तार 
एक अफसर ने बताया कि उपायुक्त विजया जादव ने घटना की जांच के लिए धालभूम उपमंडल अधिकारी संदीप कुमार मीणा और जिला शिक्षा अधिकारी निर्मला कुमारी बरेली की एक समिति गठित की है. डीईओ ने कहा है कि डीसी ने समिति को 24 घंटे के अंदर अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. उधर, टीचर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, और मामले की जांच की जा रही है. पुलिस ने बताया कि मुल्जिम शिक्षिका को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके खिलाफ आईपीसी, पॉक्सो अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. 


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