रांचीः झारखंड के एक रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा द्वारा अपनी घरेलू मेड बेहिसाब जुल्म करने का मामला प्रकाश में आया है. सुनीता के शरीर पर दर्जनों जख्म के निशान पाए गए हैं. यहां तक कि उसे गरम तवे से जगह-जगह दागा गया है. लोहे के रॉड से उसके तीन-चार दांत तोड़ दिए गए हैं. कमरे में बंद करके रखी गई सुनीता का खाना-पीना बंद कर दिया गया था.रांची के रिम्स में उसका इलाज चल रहा है.
सुनीता ने रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में अपने ऊपर हुए अत्याचार की दास्तां सुनाई है. सोमवार को यह वीडियो वायरल हो गया है. एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उस मेड को भाजपा नेत्री के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त तो करा लिया है, लेकिन इस मामले में आरोपी महिला की अब तक गिरफ्तार नहीं हो पाई है.

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आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती है घरेलू सहायक 
जानकारी के मुताबिक, आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता गुमला के एक गांव की निवासी है. तकरीबन दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने आई थी. बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली अफसर की बेटी वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई. दिल्ली से बेटी के तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आ गई. यहां उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा. जब उसने अपने घर गुमला जाने की इजाजत मांगी तो उसकी पिटाई कर उसे कमरे में बंद कर दिया गया. 

इस तरह से करती थी जुल्म 
सुनीता ने बताया कि बात-बात पर उसकी पिटाई आम हो गई थी. दर्जनों बार उसके शरीर को गरम तवे से दागा गया. जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था. लगातार पिटाई से वह इस तरह बीमार हो गई थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलने लगी थी. अगर गलती से सुनीता का पेशाब उसके कमरे से बाहर चला जाता तो उसे अपने मुंह से चाट कर पेशाब को साफ करना पड़ता था. 

अफसर की शिकायत पर पुलिस ने कराया मुक्त 
सुनीता पर हो रहे जुल्म की जानकारी जब कार्मिक विभाग के एक अफसर विवेक बास्की को किसी तरह मिली तो उन्होंने डीसी राहुल कुमार सिन्हा से इसकी शिकायत की. इसके बाद मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सुनीता को मुक्त कराया गया. विवेक बास्की की शिकायत पर ही रांची के अरगोड़ा थाने में विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. अरगोड़ा थाना प्रभारी का कहना है कि सुनीता की स्थिति सुधरने पर धारा 164 के तहत अदालत में उसका बयान दर्ज कराया जाएगा.

विरोध करने पर बेटे को भेजा पागलखाने 
शिकायत में यह भी बताया गया है कि सीमा पात्रा के बेटे आयुष्मान ने जब मेड सुनीता के साथ अपने परिवार में हो रहे जुल्म का विरोध किया तो उसकी मां से बहस हो गई और बाद में मां ने उसे मानसिक रोगी करार देते हुए रांची स्थित मानसिक अस्पताल रिनपास में भर्ती करा दिया. आयुष्मान अभी भी रिनपास में भर्ती है. 


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