लखनऊ: अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पुराने लखनऊ के इलाकों में मस्जिदों से तेज़ अज़ान की आवाज आने पर आपत्ति जताते हुए रोक की मांग की है.


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पुराने लखनऊ में हो रहा है ध्वनि कानून का उल्लंघन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे हुए पत्र में उन्होंने शिकायत की है कि सुबह 5:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक अजान के निर्धारित समय पर लखनऊ पश्चिम क्षेत्र और लखनऊ मध्य क्षेत्र की सभी मुस्लिम समुदाय की मस्जिदों से ध्वनि कानून का उल्लंघन करते हुए बहुत तेज आवाज में अजान दी जाती है. जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने लिखे हुए शिकायती पत्र में कहा कि मेरे समर्थकों द्वारा बरेली मुरादाबाद संभल से भी इस तरीके की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. उन्होंने पत्र के माध्यम से मांग की है कि राजधानी लखनऊ के पुराने पश्चिम क्षेत्र के जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों और बरेली मुरादाबाद संभल के जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया जाए के ध्वनि कानून का पालन कराया जाए.



तेज़ अज़ान की आवाज़ से बिगड़ जाता है स्वास्थ्य
जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने अपने लिखे हुए पत्र में कहा कि मैं पुराने लखनऊ के पश्चिम क्षेत्र के नखास स्थित अपनी बेटी के भवन में एक कमरे में रह रहा हूं जो कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. उन्होंने कहा कि मैं डायबिटीज और हृदय रोग का मरीज हूं तेज आवाज में दिए जाने वाली अज़ान से मेरा स्वास्थ्य खराब हो रहा है इस कारण भी मुझे घोर आपत्ति है.




मानक के मुताबिक चल रहे धर्म स्थलों में लाउडस्पीकर
कोर्ट के आदेशानुसार और सरकार की मुहिम के अंतर्गत पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों से पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर मानक के विपरीत चल रहे लाउडस्पीकर को हटवाया था जिसका सभी मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी स्वागत किया था.


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