JP Nadda replaces Piyus Goyal: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को राज्यसभा में सदन का नेता बनाया गया है. वे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की जगह लेंगे, जो उत्तर मुंबई सीट से 18वीं लोकसभा में पहुंचे हैं. जेपी नड्डा उन 41 उम्मीदवारों में शामिल थे, जिन्हें इस साल फरवरी में उच्च सदन के लिए निर्विरोध चुना गया था. नड्डा के अलावा, बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए केवल तीन सदस्यों - अश्विनी वैष्णव, एल मुरुगन और पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी को चुना था.


मल्लिकार्जुन खड़गे लीडर ऑफ अपोजीशन


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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं. नई एनडीए सरकार में नड्डा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सौंपा गया है. नड्डा के अलावा, उच्च सदन के 11 सदस्य केंद्रीय मंत्रिपरिषद में हैं.


क्या राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ेंगे नड्डा?


केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, यह उम्मीद की जा रही थी कि जेपी नड्डा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देंगे, जिसे उन्होंने 2020 में वर्तमान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संभाला था. पार्टी कानून के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी किया जाता है जब 50 प्रतिशत राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाएं, जो लगभग छह महीने तक चलने की संभावना है.


नड्डा का राजनीतिक करियर 1975 में सुर्खियों में आया, जब उन्होंने बिहार आंदोलन के लिए एक कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की, जिसे जेपी आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है. इसके बाद, वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में शामिल हो गए, पटना विश्वविद्यालय में छात्र केंद्रीय संघ का चुनाव लड़ा और 1977 में सचिव बने.


पहली बार हिमाचल से लड़ा चुनाव


वह पहली बार 2012 में हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए और 2014 में जब अमित शाह ने पार्टी प्रमुख का पद संभाला तो उन्हें भाजपा के संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया.