Kangana Ranaut New Statement: अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना रनौत को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम को एक सीआईएसएफ कर्मी ने थप्पड़ जड़ दिया. इस हादसे के बाद अब उनका एक नया बयान सामने आया है. कंगना ने इसे पॉलिटिकली मोटिवेटेड करार दिया है.


पहले जारी किया था वीडियो


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मामले में पहले कंगना रनौत ने एक वीडियो जारा किया था. जिसमें उन्होंने अपने फॉलोअर्स को आश्वस्त किया कि वह ठीक हैं और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. अब, अभिनेत्री ने घटना के बारे में इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक और पोस्ट शेयर किया है.


कंगना ने क्या कहा?


CISF अधिकारी के कृत्य को राजनीति से प्रेरित बताते हुए एक ट्वीट को रीपोस्ट करते हुए, कंगना ने लिखा, "यह मेरे लिए सबसे अधिक समझ में आता है. उसने रणनीतिक रूप से मेरे क्रॉस करने का इंतजार किया और सिग्नेचर खालिस्तानी स्टाइल में, चुपचाप पीछे से आई और बिना कुछ कहे मेरे चेहरे पर वार किया. जब मैंने पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया, तो उसने नज़रें फेर लीं और फोन कैमरों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बात करना शुरू कर दिया (जैसा कि उसके वीडियो में देखा जा सकता है), अचानक लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया."


खालिस्तानी बैंडवैगन में शामिल होने का तरीका


कंगना ने आगे कहा,"किसान कानून निरस्त कर दिए गए हैं और अब इसके बार में कोई चिंता नहीं करता है. शायद यह खालिस्तानी बैंडवागन में शामिल होने का उसका तरीका था, जो पंजाब में प्रमुख राजनीतिक सीटें हासिल कर रहा है."


क्या है पूरा मामला?


जब कंगना रनौत कल होने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रही थीं उसी वक्त एयरपोर्ट पर कंगना रनौत को एक सीआईएसएफ कांस्टेबल ने थप्पड़ मारा था. घटना का संज्ञान लेते हुए चंडीगढ़ के पुलिस अधीक्षक (जासूस) केएस संधू चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचे और कंगना रनौत घटना के संबंध में सीआईएसएफ अधिकारी के साथ बैठक की.


केएस संधू ने कहा,"सीआईएसएफ कमांडेंट ने मुझे बुलाया है, मैं जांच के लिए एयरपोर्ट जा रहा हूं. मैं सीआईएसएफ कमांडेंट बनकर आपको बता दूंगा." इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


आरोपी सीआईएसएफ कर्मी ने क्या कहा?


इस बीच, सीआईएसएफ कांस्टेबल ने कहा कि उनकी मां उन किसानों में शामिल थीं जो कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे थे, जिन्हें अब निरस्त कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा,"उन्होंने था कि किसान 100 रुपये के लिए वहां बैठे हैं. क्या वह वहां जाकर बैठेंगी? मेरी मां वहां बैठी थीं और विरोध कर रही थीं जब उन्होंने यह बयान दिया..."