कर्नाटक के डीजीपी को बनाया CBI का नया चीफ, BJP सरकार को प्रोटेक्शन देने लगा चुका है आरोप
Who is Praveen Sood: कर्नाटक के मौजूदा डीजीपी प्रवीण सूद को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) का नया चीफ बना गया है. प्रवीण सूद पर कर्नाटक में भाजपा की सरकार को प्रोटेक्शन देने का आरोप लग चुका है. डीजीपी सूद के बारे में और जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर
Praveen Sood: कर्नाटक के मौजूदा पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद (Praveen Sood) को सीबीआई का नया चीफ (CBI Chief) बनाया गया है. प्रवीण 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के IPS अफसर हैं. वो मौजूदा सीबीआई चीफ सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल खत्म होने के बाद पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. प्रवीण सूद पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार को प्रोटेक्शन देने का आरोप लग चुका है.
बताया जा रहा है कि इस संबंध में 13 मई यानी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों वाले मीटिंग हुई. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिर डीवाई चंद्रचूड़ और विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे. दावा यह भी किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीफ जस्टिस प्रवीण सूद के नाम पर सहमत थे, हालांकि अधीर रंजन चौधरी ने अपनी राये दोनों से अलग रखी.
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई की कमान सौंपने के लिए तीन अफसरों को शॉर्ट लिस्ट किया गया था. जिसमें पहला नाम कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद, मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना और तीसरा नाम ताज हसन का था जो फायर सर्विस, सिविल डिफेंस एंड होम गार्ड्स के पद पर हैं. लेकिन सीनियारिटी की बुनियाद पर पुलिस कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण कुमार को इस पद के लिए पीएम मोदी और चीफ जस्टिस का समर्थन मिला है.
कौन हैं प्रवीण सूद?
प्रवीण सूद 1986 के आईपीएस अफसर हैं और वो जुलाई 2022 में कर्नाटक के डीजीपी बने थे. इसके अलावा उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की है. उनकी रिटायरमेंट अगले साल यानी 2024 में होनी है लेकिन सीबीआई चीफ बनने वो इस पद पर दो साल के रहेंगे और अब मई 2025 में रिटायर होंगे.
लग चुका है बड़ा आरोप:
डीजीपी प्रवीण सूद पर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि वो भाजपा की सरकार को प्रोटेक्शन दे रहे हैं. शिवकुमार ने डीजीपी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि वह कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव से पहले 14 मार्च को शिवकुमार ने नालायक कहा था. उन्होंने कहा था कि हमारे डीजीपी इस पद के लायक नहीं हैं. वो पिछले तीन वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं. उनके खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए.
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