धारवाड़ः सांप प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए एक बेहद जरूरी जीव है. यह खेतों में चूहों और अन्य जीवों को खाकर न सिर्फ खाद्य श्रंख्ला में संतुलन बनाने का काम करता है, बल्कि यह फसलों को छोटे-मोटे जीव-जंतुओं से होने वाले नुकसान से भी उसकी हिफाजत करते हैं. इसके बावजूद जानकारी के अभाव में अक्सर लोग सांप को देखते ही उसे मार देते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इस सांपों से भी प्यार करते हैं. एक ऐसे ही पशु प्रेमी और वन्यजीव कार्यकर्ता हैं, सोमशेखर चन्नाशेट्टी. सोमशेखर चन्नाशेट्टी ने घर में निकल आए एक सांप की न सिर्फ जान बचाई है बल्कि ट्यूमर से पीड़ित उस सांप को अस्पताल ले जाकर उसकी सर्जरी भी करवाई है. सोमशेखर चन्नाशेट्टी का यह काम इलाके में चर्चा का विषय बन गया है. 

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कैंसर के ट्यूमर को बाहर निकाल दिया गया
सोमशेखर चन्नाशेट्टी घरों में निकल आए सांप को पकड़ कर जंगल में छोड़ने का काम करते हैं. सोमशेखर चन्नाशेट्टी ने बताया है कि उन्हें घर में सांप घुसने को लेकर किसी अंजान शख्स का फोन आया था, उन्होंने वहां पहुंचकर उस जहरीले ट्रिंकेट सांप रेस्क्यू को किया. तभी सोमशेखर की नजर उस सांप के सिर में एक गांठ पर पड़ी. वह सांप को डॉ. अनिल कुमार पाटिल के पास ले गए, जहां जांप करने पर पाया गया कि सांप के सिर में ट्यूमर है. इसके बद सर्जरी करके इसे हटाने का फैसला किया गया. कर्नाटक के धारवाड़ शहर में सांप की सर्जरी की गई और कैंसर के ट्यूमर को बाहर निकाल दिया गया.  


लगभग डेढ़ घंटे चली सर्जरी 
कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सालय से जुड़े वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार पाटिल ने कहा कि सांप की सफलतापूर्वक सर्जरी की गई है. सर्जरी लगभग डेढ़ घंटे से ज्यादा वक्त तक चली. डॉ. अनिल कुमार पाटिल ने बताया कि सांप एक बहुत ही संवेदनशील प्राणी होते हैं. इनका इलाज करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है. इस सांप के सिर और आंख के बीच ट्यूमर था, जिसे निकालने में काफी वक्त लगा. उन्होंने कहा, यह एक जोखिम भरा ऑपरेशन था और इसे करना एक चुनौती थी, क्योंकि मस्तिष्क और आंख बहुत करीब होते हैं. डॉक्टर ने कहा, ’’मैंने सोमशेखर चन्नाशेट्टी से सांप को अपने पास रखने और उसकी देखभाल करने के लिए कहा है. सांप को और दो दिन ड्रेसिंग की जरूरत है. इस बात पर भी नजर रखनी होगी कि ट्यूमर फिर से तो नहीं बढ़ रहा है.’’  


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