Kisan Andolan Update: किसान की मौत के मामले में क्या हुई कार्रवाई? पंढेर ने लगाए गंभीर आरोप
Kisan Andolan Update: किसान की मौत के मामले में अब किसान नेता पंढेर का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. शुभकरण का शरीर अस्पताल में पड़ा है.
Kisan Andolan Update: पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसान की मौत के बाद अब प्रदर्शन और बढ़ने लगा है. अभी तक राकेश टिकैत और उनका ग्रुप इन नई मांगों से दूर रहा है. एक किसान की मौत ने कई किसान संगठनों को एकजुट कर दिया है. आज यानी शुक्रवार को ब्लैक फ्राइडी करार दिया गया है और नेशनल हाईवे पर ट्रैक्टर रैली निकाले की बात की गई है. वहीं 21 साला किसान की मौत पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का बयान आया है. उन्होंने कहा कि शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा है और सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
सरवन सिंह पंढेर ने क्या कहा?
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना है, ''शुभकरण सिंह की मौत के बाद पंजाब सरकार से बातचीत की जा रही थी... हमारी सभी मांगें मान ली गईं, हमला करने वालों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जाए, वह पंजाब सरकार शुभकरण सिंह को 'शहीद' का दर्जा दो, उनके परिवार से मुआवज़े पर चर्चा हुई, उनके पोस्टमॉर्टम के लिए बोर्ड गठित किया जाएगा और उसकी वीडियोग्राफी कराई जाएगी...अब 14 घंटे से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन पंजाब सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है.
हम अभी नहीं कर पाएंगे शुभकरण का अंतिम संस्कार
उन्होंने आगे कहा शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा है. पंजाब सरकार हमारे शहीदों की शहादत का अपमान कर रही है, यह निंदनीय है. वे कह रहे हैं कि घटना स्थल की जांच करनी होगी - चाहे वह हो. पंजाब या हरियाणा में स्थित...मुझे नहीं लगता कि हम अभी शुभकरण सिंह का अंतिम संस्कार कर पाएंगे. पंजाब सरकार के साथ बातचीत अभी पूरी नहीं हुई है."
अर्धसैनिक बलों पर कोई कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं
पंढेर ने कहा कि जिस तरह हरियाणा अर्धसैनिक बलों ने किसानों के ऊपर गोलियां चलाई, रबड़ की गोलियां चलाईं, उस पर कोई कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है. जहां बैरिकेडिंग हुई है, वहां कि हम आपको फर्द निकाल के दिखाएंगे. वह पुल पंजाब की टैरिटरी में आता है. अगर ऐसा हो रहा है तो क्या यह ज्वाइंट ऑपरेशन है?
शुभकरण सिंह को लगी है गोली
इसके साथ ही पंढेर ने कहा कि शुभकरण सिंह के गोली लगी है, जिसका सबूत हमने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, हालांकि सरकार की सोशल मीडिया पर रोक है जिसकी वजह से वीडियो वायरल नहीं हो पाया.