Kisan Andolan: अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के आस-पास के इलाकों में प्रदर्शन कर रहे हैं. वह 'दिल्ली चलो' नारे के साथ दिल्ली कूच करने की हर कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें रोकने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर कड़े इंतेजाम किए गए हैं. किसानों और सरकार के दरमियान कई दौर की बातचीत हुई है लेकिन ये बेनतीजा रही है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे गौतम बुद्ध नगर के किसानों के मुद्दों पर विचार करने के लिए बुधवार को एक समिति गठित करने का आदेश दिया है. अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए स्थानीय किसान समूहों में पैदल दिल्ली कूच करने की धमकी दिए जाने के बाद देर रात यह ऐलान किया गया. इससे पहले आठ फरवरी को दिल्ली कूच की असफल कोशिश की गई थी. 


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नोएडा के किसानों की मांग
किसान समूह स्थानीय प्रशासन और एनटीपीसी की तरफ से अतीत में अधिगृहीत की गई जमीन के एवज में मुआवजे में बढ़ोतरी और विकसित भूखंड की मांग कर रहे हैं. जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष की अगुवाई वाली यह समिति प्रदर्शनकारी किसानों के मुद्दों पर चर्चा करेगी और सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी.


आंदोलन स्थगित
उधर पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो प्रदर्शन स्थलों में से एक खनौरी सीमा पर झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत तथा लगभग 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च दो दिन के लिए स्थगित कर दिया. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू सीमा पर संवाददाताओं से कहा कि वे शुक्रवार शाम को आगे की रणनीति तय करेंगे. गतिरोध को खत्म करने की कोशिशों में तीन केंद्रीय मंत्रियों के एक दल के साथ रविवार रात को चौथे दौर की बातचीत के बाद दो दिन की शांति के बाद खनौरी और शंभू में पंजाब के किसानों ने सुबह अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया.


किसान की मौत की आलोचना
फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले रहेंगे. पंधेर ने कहा कि किसान खनौरी सीमा पर घटनाक्रम की समीक्षा करेंगे, जहां हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प के बाद एक किसान की मौत हो गई. उन्होंने कहा, "हम खनौरी घटना की समीक्षा करने के बाद अगली रणनीति तय करेंगे. दिल्ली मार्च दो दिन तक स्थगित रहेगा." बातचीत के लिए केंद्र के निमंत्रण के मुद्दे पर पंधेर ने कहा कि किसानों ने एमएसपी मुद्दे के समाधान के लिए बैठक आयोजित करने की मांग रखी थी. पंधेर ने शंभू और खनौरी सीमा पर किसानों के खिलाफ 'बल' प्रयोग करने के लिए केंद्र और हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों की आलोचना की.