किसानों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ पटरियों पर बैठे प्रदर्शनकारी, कई ट्रेनों के रूट में बदलाव
Kisan Andolan: किसानों ने दोपहर करीब 12 बजे अपना आंदोलन शुरू किया और कई जगहों के पटरियों पर बैठ गए. प्रदर्शन शाम तक जारी रह सकता है. चूंकि किसान दिल्ली-अमृतसर के मुख्य रास्ते पर कई जगहों के रेलवे पटरियों पर बैठे हैं
Kisan Andolan: ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई की है. इस कार्रवाई की वजह से कई किसान संगठन पंजाब के अलग-अलग जगहों के पटरियों पर बैठ गया है, जिसके बाद रेलवे विभाग ने दिल्ली-अमृतसर रास्ते के कुछ ट्रेनों को दूसरे मार्गों से भेजा.
बता दें कि किसानों ने कई टोल प्लाजा पर धरना भी दिया और अफसरों पर यात्रियों से टैक्स नहीं लेने के लिए दबाव भी बनाया. भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और बीकेयू डकोंदा (धनेर) ने पंजाब में कई जगहों पर चार घंटे के लिए ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था.
दरअसल, किसानों ने दोपहर करीब 12 बजे अपना आंदोलन शुरू किया और कई जगहों के पटरियों पर बैठ गए. प्रदर्शन शाम तक जारी रह सकता है. चूंकि किसान दिल्ली-अमृतसर के मुख्य रास्ते पर कई जगहों के रेलवे पटरियों पर बैठे हैं, इसलिए रेलवे अफसरों ने ट्रेनों को चंडीगढ़ (दिल्ली की तरफ) और लोहियां खास (अमृतसर और जालंधर की तरफ ) के रास्ते भेजा है.
इन दो ट्रेनों को लुधियाना रेलवे स्टेशन पर रोका
भारतीय रेलवे के एक नुमाईंदे ने कहा कि दिल्ली से आने वाली शताब्दी और शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस ट्रेनों को लुधियाना रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया. इस बीच, जब एमएसपी की मांग कर रहे किसान मंगलवार को राजधानी दिल्ली की तरफ कूच कर रहे थे, तब हरियाणा पुलिस द्वारा आंसू गैस के इस्तेमाल के विरोध में किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के अपील पर कई टोल प्लाजा पर प्रदर्शन भी किया.
बीकेयू ने कहा
भारतीय किसान यूनियन ( BKU ) के नेता हरमीत सिंह कादियान ने कहा कि वे दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. होशियारपुर में किसानों ने जालंधर-पठानकोट नेशनल हाईवे पर स्थित दो टोल प्लाजा पर प्रदर्शन भी किया. दोआबा किसान कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जंगवीर सिंह चौहान की अगुआई में किसानों ने चोलांग और हरसे मानसर में टोल प्लाजाओं का घेराव किया और वहां धरना भी दिया.
उन्होंने सेंट्रल गवर्नमेंट और हरियाणा सरकार के खिलाफ नारे लगाए और किसानों के लिए न्याय की मांग की. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए एमएसपी पर कानून और लोन माफी समेत अपनी मांगों के लिए सेंट्रल पर दबाव बनाने के मकसद से 'दिल्ली चलो' आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं.