Kisan Andolan Latest Update: हरियाणा के अंबाला पुलिस ने किसान लीडर्स पर NSA के तहत कार्रवाई करने के फैसले को वापस ले लिया है. हरियाणा पुलिस ने बयान जारी कर ये जानकारी दी है. पुलिस ने कहा,  "वह किसान आंदोलन का हिस्सा रहे कुछ किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के प्रावधानों को लागू करने के अपने फैसले को वापस ले रही है."


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इससे एक दिन पहले अंबाला पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा था कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखने और आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, (NSA) 1980 की धारा 2(3) के तहत प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के पदाधिकारियों को हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर रही है.


पुलिस महानिरीक्षक ने क्या कहा?
हालांकि, आज यानी 23 फरवरी को पुलिस महानिरीक्षक (अंबाला रेंज) सिबाश कबीराज ने कहा, “स्पष्ट किया जाता है कि अंबाला जिले के कुछ किसान यूनियन नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के मामले पर पुनर्विचार किया गया है और यह फैसला लिया गया है कि इसे लागू नहीं किया जाएगा.” उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों और उनके नेताओं से शांति तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अधिकारियों के साथ सहयोग करने की भी गुजारिश की है. 


किसान कर रहे हैं आंदोलन
किसान 12 फ़रवरी 2024 से आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की सभी सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहे हैं. इस बीच किसान पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर लगातार प्रोटेस्ट कर रहे हैं. किसान हरियाणा में दाखिल होने चाहते हैं. वहीं, किसानों को रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर कड़ी व्यवस्था की गई. जहां, भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.