Kishnganj Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग में सिर्फ तीन दिन का वक्त बचा है. बिहार में पहले चरण में औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई चार लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. इसी बीच कई सीटों पर शह और मात का खेल जारी है. कई पार्टी अपने प्रतिद्वंदियों कमजोर करने में लगी है, इसी कड़ी में सीमांचल के किशनगंज सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के प्रत्याशी को कमजोर करने में लगे हुए हैं.   


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दरअसल, AIMIM पार्टी के ठाकुरगंज विधानसभा से प्रत्याशी रहे महबूब आलम को कांग्रेस ने पार्टी में शामिल कर AIMIM को करारा झटका दिया है. बता दें कि महबूब आलम को AIMIM ने 2020 के विधानसभा चुनाव में ठाकुरगंज निर्वाचन क्षेत्र से अपना कैंडिडेट बनाया था. इस इलाके में महबूब आलम की अच्छी पकड़ है. माना जा रहा है कि ऐन वक्त पर कांग्रेस ने AIMIM को झटका देकर सधी हुई चाल चली है.


वहीं, महबूब आलम ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा, "AIMIM सिर्फ एक ही धर्म विशेष की पार्टी है. एक ही कम्युनिटी को लेकर चुनाव लड़ती है, जो गलत है." यही सबसे बड़ा कारण है कि मैंने AIMIM छोड़ने का फैसला किया.


कांग्रेस विधायक ने कहा
वहीं, कांग्रेस एमएलए इजहारुल हुसैन ने कहा कि "महागठबंधन" में शामिल सभी पार्टियां सेकुलर है. देश की जनता इस बार परिवर्तन चाहते हैं और राहुल गांधी को देश का अगला प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.


हम नफरत से नहीं मोहब्बत से वोट मांगते हैं; कांग्रेस प्रत्याशी 
किशनगंज के वर्तमान सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर मुहम्मद जावेद ने कहा कि हमलोग सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए सियासत नहीं करते बल्कि समाज का काम करना हमलोगों का फर्ज रहा है. अपोजिशन के पास कोई मुद्दा नहीं है, मेरे हर चुनावी प्रोग्राम में विपक्ष के दो लोग रहते हैं एक मोबाइल से सोशल मीडिया में लाइव करते हैं. दूसरा बरगलाते हैं कि कांग्रेस के प्रत्याशी को भगाया जा रहा है.


कांग्रेस नेता जावेद ने कहा कि हमलोग राहुल गांधी को मानने वाले हैं. हमलोग वोट नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से मांगेंगे.