Kolkata Rape Case: पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को जूनियर डॉक्टरों की मांगों को रिजेक्ट कर दिया है, जिसमें उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 साल की महिला डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को कथित बलात्कार और हत्या के विरोध में महीने भर से चल रहे 'काम बंद करो' आंदोलन को खत्म करने के लिए बातचीत की शर्त के तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी और लाइव टेलीकास्ट की मांग की थी.


डॉक्टरों की मांग सुन पीछे हटी ममता बनर्जी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विरोध प्रदर्शन के 33वें दिन, जब डॉक्टर कोलकाता में स्वास्थ्य भवन के बाहर दूसरे दिन भी धरना दे रहे हैं, स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने सरकार की बातचीत करने की इच्छा व्यक्त की है, लेकिन संकेत दिया कि "राजनीतिक ताकतें" विरोध प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती हैं.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रोटेस्ट कर रहे डॉक्टरों ने इस दावों का खंडन किया है, और इन्हें निराधार बताया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक वह विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.


सुप्रीम कोर्ट के आदेश की रखें इज्जत


हालांकि मंत्री ने डॉक्टरों से सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करने और काम पर लौटने की गुजारिश की है, लेकिन उन्होंने इस बात पर टिप्पणी करने से परहेज किया कि क्या सरकार अदालत के निर्देश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कदम उठाएंगे.


प्रदर्शनकारियों ने की थी मीटिंग की गुजारिश


बंगाल सरकार ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को बुधवार शाम 6 बजे राज्य सचिवालय नबान्न में मीटिंग के लिए बुलाया था, लेकिन यह लाउ नहीं है कि ममता बनर्जी इसमें शामिल होंगी या नहीं. मुख्य सचिव मनोज पंत ने एक ईमेल में डॉक्टरों से एक डेलीगेशन भेजने की गुजारिश की है और मंगलवार शाम 5 बजे तक ड्यूटी पर लौटने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए काम फिर से शुरू करने की जरूरत पर जोर दिया.


डॉक्टरों ने रखी शर्त


लेकिन आमंत्रण के बावजूद जूनियर डॉक्टरों ने बैठक के लिए सहमत होने से पहले कई पूर्व शर्तों पर जोर दिया. जूनियर डॉक्टरों के फोरम के एक सदस्य ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम चाहते हैं कि चर्चा सीएम की मौजूदगी में हो और उसका सीधा प्रसारण हो. हम कम से कम 30 प्रतिनिधि चाहते हैं क्योंकि यह आंदोलन अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में फैला हुआ है."


बुधवार को सीबीआई अधिकारियों ने आरजी कर अस्पताल मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय से एक और दौर की पूछताछ की थी. पूछताछ प्रेसीडेंसी सुधार गृह में की गई. इसके अलावा, सीबीआई की एक दूसरी टीम ने सुबह चार जूनियर डॉक्टरों से पूछताछ की और बाद में कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (उत्तर) अभिषेक गुप्ता और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (डीडी) स्पेशल के डिप्टी कमिश्नर विदित राज भुंडेश से भी इसी जांच के तहत पूछताछ की गई.