Lalan singh Resign: जनता दल यूनाईटेड ( JDU ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को छोड़ने को लेकर पिछले कई महीनों से राजनीति गलियारों में चर्चाएं हो रही थीं. आखिरकार ललन सिंह ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया.सांसद सिंह ने दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन अध्यक्ष पद से इस्तीफा सौंपा. अब पार्टी की कमान बिहार के सीएम  नीतीश कुमार संभालेंगे. आगामी लोकसभी चुनाव ( Loksabah Chunav 2024 ) से पहले JDU और नीतीश कुमार के लिए बड़ा दांव माना जा रहा है, क्योंकि इससे नीतीश कुमार की इंडिया गठबंधन ( INDIA ) में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी और मजबूत हो जाएगी. 


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वहीं, लल्लन सिंह ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कार्यकारिणी की बैठक में कहा, "आने वाले वक्त में  चुनावी सक्रियता बढ़ने के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है". लेकिन लल्लन सिंह के इस बयान की क्या वजह है? क्या आगामी लोकसभा इलेक्शन में सांसद सिंह चुनावी अखाड़े में ताल ठोकेंगे? बता दें कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीट हैं, जिसमें जेडीयू की तरफ से 15- 17 सीटों की मांग है.  बाकी बचे सीटों पर गठबंधन में शामिल अन्य पार्टियां चुनाव लड़ेंगी.   


लल्लन सिंह का पहले से तय था इस्तीफा?
अब महत्त्वपूर्ण सवाल यह है कि चुनाव से पहले जेडीयू ने अध्यक्ष पद बदलना तय क्यों किया था? जबकि कार्यकारिणी बैठक से पहले पार्टी के कई बड़े नेताओं ने इन कयासों को खारिज करते हुए कहा था कि यह बैठक पार्टी की सालाना की तरह आम बैठक है.  हालांकि, बैठक के दूसरे दिन ही सच्चाई सामने आ गई. लल्लन सिंह ने इस्तीफा सौंपकर पार्टी के नेशनल प्रसिडेंट पद के लिए लिए सीएम नीतीश कुमार के नाम की सिफारिश की.


क्या यह है ललन सिंह के इस्तीफे की वजह?
राजनीति गलियारों में लल्लन सिंह का आरजेडी और लालू यादव से ज्यादा करीब होने की चर्चाएं तेज हो गईं थीं. उनपर ये इल्जाम भी लगा था कि वो नीतीश कुमार से ज्यादा लालू के लिए काम कर रहे थे. जिसकी वजह से महागठबंधन में नीतीश कुमार के लिए सही माहौल बनाने मे भी नाकाम रहे. इसको लेकर के पार्टी के कई सीनियर लीडरों ने नीतीश कुमार से लल्लन सिंह की शिकायत भी की थी.


वहीं, जानकारों का मानना है कि पार्टी की कमान नीतीश के हाथों में आने से गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर जेडीयू की तरफ से अपना पक्ष अच्छे से रख पाएंगे.जबकि इस पद पर बने रहने के बाद लल्लन सिंह चुनाव लड़ते तो वो पार्टी और संगठन को ज्यादा समय नहीं दे पाते इसलिएि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया.