Lalu Yadav News: CBI ने आज यानी 20 सितंबर को पूर्व रेल मंत्री और राजद के राष्ट्रीय चीफ लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दाखिल की. ​​सीबीआई ने गृह मंत्रालय से मंजूरी प्राप्त कर अदालत को सौंप दी. विशेष सीबीआई न्यायाधीश विशाल गोगने ने मंजूरी को रिकॉर्ड पर ले लिया. 


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30 से ज्यादा लोगों को सीबीआई ने बनाया है आरोपी
जराए के मुताबिक, सीबीआई ने अदालत को बताया कि 30 से ज्यादा दूसरे आरोपी ऐसे हैं, जिनके खिलाफ अभियोजन की मंजूरी अभी लंबित है. एजेंसी ने इन व्यक्तियों के लिए मंजूरी हासिल करने के लिए अतिरिक्त 15 दिन का समय मांगा है. कोर्ट ने सीबीआई से इस प्रक्रिया में तेजी लाने की गुजारिश की. मामले की अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को होनी है. जुलाई में अदालत ने अधिकारियों से पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव समेत 32 लोक सेवकों के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी पर फैसला करने को कहा था.


38 कैंडिडेट पर आरोप तय
सीबीआई के जरिए 7 जून को दाखिल निर्णायक आरोपपत्र पर फिलहाल विचार चल रहा है. विशेष लोक अभियोजक डी.पी. सिंह के प्रतिनिधि अधिवक्ता मनु मिश्रा ने अदालत को बताया कि आरोपी लोक सेवकों के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी अभी भी प्रतीक्षित है. 7 जून को सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव और 77 दूसरे आरोपियों के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी मामले में निर्णायक आरोप पत्र दाखिल किया था. आरोप पत्र में 38 उम्मीदवार भी शामिल हैं.


लैंड फॉर जॉब में मामले में लालू परिवार आरोपी
कोर्ट ने 29 मई को सीबीआई को जमीन के बदले नौकरी मामले में निर्णायक आरोप पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया था और इसे दाखिल करने में देरी पर नाराजगी जताई थी. इस मामले में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्य भी आरोपी हैं. जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव आरोपी हैं. 4 अक्टूबर 2023 को कोर्ट ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और अन्य को कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में नए आरोप पत्र के संबंध में जमानत दे दी थी.