Tripura Landslide: त्रिपुरा में कुदरत का कहर, लैंडस्लाइड से एक ही परिवार के 3 लोगों समेत से 7 की हुई मौत, दो अन्य लापता
Landslides in Tripura: त्रिपुरा में भूस्खलन होने से सात लोगों की मौत हो गई, जब दो लोग लापता हो गए. हादसे में मरने वाले लोगों में एक ही परिवार के तीन लोग भी शामिल हैं. इसके अलावा दो अन्य लोग लापता हैं. सीएम माणिक साहा दिल्ली से नियमित बाढ़ की स्थिति का जायजा ले रहे हैं और वह राष्ट्रीय राजधानी से लौटने पर बाढ़ की स्थिति पर एक समीक्षा बैठक करेंगे.
Tripura Landslide: त्रिपुरा में बारिश लोगों पर आफत बनकर बरसी है. राज्य के कई हिस्सों में सोमवार से लगातार हो रही बारिश के बाद भूस्खलन और डूबने की अलग-अलग घटनाओं में एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत कम से कम सात लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग लापता हो गए. डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के अफसरों ने कहा कि दक्षिण त्रिपुरा जिले के देबीपुर में सोमवार देर रात भारी भूस्खलन की वजह से एक घर ढह जाने से एक महिला और एक बच्चे समेत एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई.
वहीं, रेवन्यू डिपार्टमेंट के सचिव बृजेश पांडे ने बताया कि दक्षिण त्रिपुरा जिले में पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि गोमती और खोवाई जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है उन्होंने बताया कि लापता होने के दो मामले खोवाई और गोमती जिलों से सामने आए है.
मंगलवार की सुबह ग्रामीणों ने एक ही परिवार के तीनों शव बरामद कर लिए हैं. मृतकों की पहचान त्रिसंकर चकमा (50), उनकी पत्नी रजनी चकमा (41) और उनकी बेटी मीता चकमा (12) के रूप में हुई है. वहीं, अफसर ने बताया कि खोवाई जिले के तेलियामुरा में मंगलवार को एक और 14 साल के लड़के बीरेश देबबर्मा की मौत हो गई, जबकि कारबुक क्षेत्र में भूस्खलन में एक माउई रियांग (52) की मौत हो गई और एक अन्य ग्रामीण लापता हो गया है. अफसर ने कहा कि सोमवार से लगातार हो रही बारिश के कारण त्रिपुरा में कई नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. दक्षिण त्रिपुरा और गोमती जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
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छह हजार लोगों ने राहत शिविरों में ली शरण
चार नदियां हावड़ा, धलाई, मुहुरी और खोवाई मंगलवार शाम को खतरे के स्तर से ऊपर बह रही थीं. पांडे ने कहा कि सीएम माणिक साहा दिल्ली से नियमित बाढ़ की स्थिति का जायजा ले रहे हैं और वह राष्ट्रीय राजधानी से लौटने पर बाढ़ की स्थिति पर एक समीक्षा बैठक करेंगे. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने राज्य के चार जिलों पश्चिम त्रिपुरा, गोमती, दक्षिण त्रिपुरा और खोवाई में 5,607 प्रभावित परिवारों ने 183 राहत शिविरों में शरण ली है.
आईएमडी ने इन इलाकों के लिए रेड अलर्ट किया जारी
अफसर ने कहा कि भूस्खलन के अलावा कई जगहों पर पेड़ों के गिरने और उखड़ने के कारण सड़क अवरुद्ध भी देखी गई है. वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के मुताबिक, मानसून की वजह से अगले दो दिनों तक त्रिपुरा के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा आईएमडी ने दक्षिण त्रिपुरा जिले के लिए 'रेड अलर्ट' और राज्य के बाकी हिस्सों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है.